Wednesday, Mar 29, 2023
-->
activities related to adani group being monitored: pnb

PNB ने किया साफ- अडाणी ग्रुप से संबंधित गतिविधियों पर रखी जा रही नजर

  • Updated on 1/30/2023

नई दिल्ली/टीम डिजिटल।  पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने सोमवार को कहा कि अमेरिका की वित्तीय शोध कंपनी के गंभीर आरोप लगाने के बाद अडाणी समूह पर वह करीब से नजर बनाए हुए है। पीएनबी ने अडाणी समूह पर लगभग 7,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया हुआ है।

अडाणी समूह पर लगे आरोपों को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा निशाना

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने अडाणी समूह की कंपनियों को लगभग 7,000 करोड़ रुपये का कर्ज दिया हुआ है, जिसमें से 2,500 करोड़ रुपये हवाईअड्डा व्यापार से संबंधित हैं। पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंध निदेशक (एमडी) अतुल कुमार गोयल ने तिमाही परिणामों की घोषणा करते हुए कहा, ''हमने जो भी कर्ज दिया है वह नकदी में है। कुल कर्ज में 42 करोड़ रुपये का निवेश और शेष कर्ज है।''

BJP नेता श्याम जाजू ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाने पर AAP नेताओं को भेजा कानूनी नोटिस

  •  

उन्होंने कहा कि आज की तारीख में चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि बैंक के आकार के अनुपात में बैंक का निवेश बहुत ज्यादा नहीं है। हम आगामी समय में (अडाणी समूह की) गतिविधियों पर बारीक नजर रख रहे हैं। अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में उद्योगपति गौतम अडाणी की अगुवाई वाले समूह पर ‘खुले तौर पर शेयरों में गड़बड़ी और लेखा धोखाधड़ी' में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। इस रिपोर्ट के बाद समूह को लगभग 70 अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है। अडाणी समूह ने हालांकि सभी आरोपों को खारिज करते हुए शोध कंपनी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।

पीएनबी का शुद्ध मुनाफा 44 प्रतिशत गिरकर 629 करोड़ रुपये पर 
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का दिसंबर में समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एकल आधार पर शुद्ध लाभ 44 प्रतिशत गिरकर 629 करोड़ रुपये रह गया है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में सार्वजनिक क्षेत्र के इस बैंक ने 1,127 रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। पीएनबी ने शेयर बाजारों को दी जानकारी में बताया कि अक्टूबर-दिसंबर 2022 में उसकी कुल आय बढ़कर 25,722 करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले समान तिमाही में यह 22,026 करोड़ रुपये थी। 

अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग का पलटवार, कहा- धोखाधड़ी को राष्ट्रवाद से नहीं ढंक सकते 

  •  

संपत्ति की गुणवत्ता के मोर्चे पर भी बैंक का प्रदर्शन सुधरा है और उसकी सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) पिछले वर्ष की दिसंबर तिमाही के 12.88 प्रतिशत से घटकर 9.76 प्रतिशत रह गईं। इसके अलावा उसका शुद्ध एनपीए भी पहले के 4.90 फीसदी से कम होकर 3.30 फीसदी रह गया। हालांकि, समीक्षाधीन अवधि में फंसे कर्ज के लिए प्रावधान बढ़ाया गया है जो 3,908 करोड़ रुपये है। पिछले वर्ष दिसंबर तिमाही में यह 3,654 करोड़ रुपये था। बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 14.91 प्रतिशत से बढ़कर 15.15 प्रतिशत हो गया है। 
 

शेयर मार्केट में गिरावट के बीच LIC ने अडाणी पर बड़ा दांव लगाना जारी रखा


 

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।

comments

.
.
.
.
.