Friday, Sep 22, 2023
-->
air india plane carrying 182 indian nationals from ukraine reached mumbai rkdsnt

यूक्रेन से 182 भारतीय नागरिकों को लेकर मुंबई पहुंचा Air India का विमान

  • Updated on 3/1/2022

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। एअर इंडिया एक्सप्रेस का एक विमान यूक्रेन में फंसे 182 भारतीय नागरिकों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से लेकर मंगलवार सुबह मुंबई पहुंचा। विमानन कम्पनी के एक प्रवक्ता ने बताया कि केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने मुंबई हवाई अड्डे पर नागरिकों का स्वागत किया। राणे ने विमान के भीतर छात्रों को संबोधित भी किया। उन्होंने बताया कि बताया कि एअर इंडिया एक्सप्रेस का विमान 9-1202 बुखारेस्ट से कुवैत होते हुए सुबह सात बजकर 40 मिनट पर मुंबई पहुंचा।   

केजरीवाल की मोदी सरकार से अपील- यूक्रेन में फंसे भारतीयों को जल्दी वापस लाएं

 छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने एक विज्ञप्ति में कहा कि वापस लौटे 182 भारतीयों में से महाराष्ट्र के 25, हरियाणा के 38, उत्तर प्रदेश के 34, गुजरात के 10 जबकि बाकी यात्री देश के अन्य हिस्सों से हैं। विज्ञप्ति के मुताबिक, बृह्नमुंबई महानगर पालिका, सरकार और हवाईअड्डा स्वास्थ्य संगठन के निदेर्शों का अनुपालन करते हुए वापस लौटे भारतीयों की उनके संबंधित गंतव्य की सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए कई उपाय किए गए हैं।    

कांग्रेस ने पूछा - यूक्रेन में फंसे हजारों बच्चों को सुरक्षित लाने की जिम्मेदारी किसकी है?

  यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए विमान सोमवार को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (सीएसएमआईए) से बुखारेस्ट के लिए रवाना हुआ था। बुखारेस्ट से मुंबई पहुंचा यह दूसरा निकासी विमान है। इससे पहले, 219 भारतीय नागरिकों को लेकर एअर इंडिया का एक विमान बुखारेस्ट से शनिवार को सीएसएमआईए पहुंचा था।   

सीतारमण बोलीं- कोरोना के बाद यूक्रेन संकट से भारत के विकास के सामने खड़ी हुई चुनौती

  भारत रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद युद्धग्रस्त देश में फंसे अपने नागरिकों को 27 फरवरी से रोमानिया और हंगरी के रास्ते स्वदेश ला रहा है। रोमानिया और हंगरी यूक्रेन के पड़ोसी देश हैं। यूक्रेन में करीब 14 हजार भारतीय फंसे हैं, जिनमें से अधिकतर छात्र हैं।   

हेमामालिनी बोलीं- रूस और यूक्रेन युद्ध के दौरान पूरे विश्व में आशा का केंद्र बने पीएम मोदी

 वहीं, रूस के आक्रमण के बाद यूक्रेन के पश्चिमी हिस्सों में फंस गए भारतीय छात्रों ने देश लौटने के बाद अपने अनुभव साझा किए और पूर्वी यूक्रेन में फंसे छात्रों की मदद की गुहार लगाई। इनमें से एक निशी मल्कानी ने मुंबई हवाई अड्डे पर पत्रकारों से कहा कि वह पश्चिम यूक्रेन स्थित एक विश्वविद्यालय की छात्रा हैं, जहां स्थिति तुलनात्मक रूप से बेहतर है।

राजनाथ बोले- इस बार नया इतिहास लिखने जा रहा है उत्तर प्रदेश का वोटर 

उन्होंने कहा, ‘‘ हम कई दिन तक अपने छात्रावास में छुपे थे और फिर पश्चिमी सीमा पर पहुंचे। यूक्रेन के पूर्वी हिस्सों में शैक्षणिक संस्थानों में हजारों छात्रों को गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि वहां से सड़क पर निकलना बेहद मुश्किल है।’’     यूक्रेन से मंगलवार को लौटी एक अन्य छात्रा पूर्वा पाटिल ने सुरक्षित वापसी के बाद भगवान का शुक्रिया अदा किया।      पाटिल ने कहा, ‘‘ पहले हमें छात्रावास में रहने को कहा गया फिर बंकर में हमने पनाह ली। वहां काफी ठंड थी तापमान दो डिग्री सेल्सियस के आसपास था। रोमानिया सीमा तक पहुंचने के लिए हमें लगभग 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा।’’     

comments

.
.
.
.
.