नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। अमेरिका (America) के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) को रूस (Russia) के साथ अमेरिका के संबंधों में संतुलित रुख रखने की कठिन चुनौती का सामना करना पड़ा रहा है।
ट्रंप के महाभियोग से पहले कांग्रेस के सदस्यों को मिली जान से मारने की धमकी
पुतिन के खिलाफ रुख सख्त दरअसल, बाइडन प्रशासन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार करना चाहता है, लेकिन वह डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के दौर के बाद कूटनीतिक संबंधों की गुंजाइश भी बनाए रखना चाहता है और इसे लेकर कशमकश में हैं। हालांकि, यह उम्मीद जताई जा रही है कि संबंध वैसे नहीं रहेंगे, जो पुतिन को ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति रहने के दौरान देखने को मिला था।
‘बुरे पर अच्छे की जीत होती है’
रूस के साथ सीधे तौर पर उलझना नहीं चाहते बाइडन बाइडन ने रूस के साथ संबंधों को नए सिरे से शुरू करने की उम्मीद नहीं छोड़ी है लेकिन उन्होंने संकेत दिया है कि शीत युद्ध के दौर के प्रतिद्वंद्वी देश के साथ मतभेदों को दूर करना चाहते हैं। घरेलू मोर्च को लेकर व्यापक एजेंडा और ईरान एवं चीन पर फैसले की जरूरत के बीच बाइडन रूस के साथ सीधे तौर पर उलझना नहीं चाहते हैं।
अमरीका में लोकतंत्र जीता, ट्रम्प हारा, रस्सी जल गई पर बल न गया
पुतिन से बातचीत में उठाएंगे ये मुद्दे बाइडन जब पहली बार पुतिन से बात करेंगे तो उनसे उम्मीद होगी कि रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी की गिरफ्तारी और सप्ताहांत में उनके समर्थकों पर कार्रवाई, साइबर सुरक्षा में रूसी एजेंसियों की घुसपैठ, अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान में हत्या के लिए तालिबान को इनाम की पेशकश संबंधी मीडिया में आई खबर का मुद्दा वह उठाएंगे।
ये 21 भारतवंशी होंगे बाइडेन के चाणक्य! कोर टीम में निभाएंगे अहम भूमिका
राष्ट्रपति बाइडन ने जताई ये उम्मीद इसके साथ ही, बाइडन के दिमाग में उनके द्वारा ही अमेरिका-रूस हथियार नियंत्रण समझौते को पांच साल बढ़ाने का उनका ही प्रस्ताव होगा, जो फरवरी में समाप्त हो रहा है। बाइडन ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि उन्होंने नवलनी के कारण उत्पन्न स्थिति पर अब तक रुख तय नहीं किया है, लेकिन उम्मीद जताई कि आपसी हित पर रूस और अमेरिका सहयोग कर सकते हैं।
White House से जाते- जाते ट्रंप ने बाइडन को लेकर दिया बड़ा बयान
सहयोगियों से रिश्ते सुधारने की कही बात अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पिछले बुधवार को पद की शपथ लेने के बाद अमेरिका के साझेदारों के साथ संबंधों को दुरुस्त करने और दुनिया के साथ एक बार फिर साझेदारी बढ़ाने का वादा किया। देश के 46वें राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले भाषण में उन्होंने कहा कि देश ने परीक्षा की घड़ी पार की है और मजबूत बनकर उभरा है। डेमोक्रेटिक पार्टी के 78 वर्षीय अनुभवी नेता ने अपने भाषण में कहा कि हम शांति, प्रगति और सुरक्षा के क्षेत्र में मजबूत और विश्वस्त साझेदार होंगे।
यहां पढ़ें अन्य बड़ी खबरें...
बर्थडे के खास मौके पर Kangana ने अपने दुश्मनों से मांगी माफी, वायरल...
BJP ने बिहार समेत 4 राज्यों में बदले अध्यक्ष, वीरेंद्र सचदेवा को...
"मोदी सरनेम" मानहानि मामले में राहुल गांधी दोषी करार, दो साल जेल की...
इस वेब सीरीज में जल्द नजर आएंगी Ananya Pandey, वरुण धवन ने शेयर किया...
सौ KM की रफ्तार से दौड़ी मेट्रो, द्वारका से नई दिल्ली का सफर सिर्फ 21...
जी- 8 गवर्नेंस प्लेटफार्म, लोकसभा चुनाव गठबंधन के लिए नहीं: CM...
PM मोदी ने शहीद दिवस पर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को श्रद्धांजलि दी
दिल्ली पुलिस ने PM मोदी के खिलाफ पोस्टर लगाने के आरोप में 6 लोगों को...
JDU ने कद्दावर नेता के.सी. त्यागी को लेकर अपना रुख किया साफ
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स में 3.5 प्रतिशत हिस्सा ओएफएस के जरिये बेचेगी...