नई दिल्ली/टीम डिजिटल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने आज दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर का दौरा किया। यहां उन्होंने प्लाज्मा डोनेट करने वालों से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कोरोना काल में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) द्वारा किए गए कामों सुरक्षा वय्वस्था और लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने के लिए उनकी प्रशंसा की और हौंसला बढ़ाया।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि 2020 सभी के लिए एक चुनौतीपूर्ण वर्ष था, यहां तक कि दिल्ली पुलिस के लिए भी। पूर्वोत्तर दिल्ली हिंसा, COVID19 लॉकडाउन, प्रवासी कामगारों की मदद करना या सीमाओं पर किसानों के विरोध के साथ शांतिपूर्ण वार्ता स्थापित करना, दिल्ली पुलिस को हर चुनौती का सामना करना पड़ा।
Around 8,000 personnel got COVID-infected, 30 succumbed to it. Still, Delhi Police kept at it. They inspected areas during lockdown via drones, helped elderly, pregnant women & COVID-infected people alike. The phase will be inscribed in golden words in history of Delhi Police: HM https://t.co/sEeAqQqUD6 — ANI (@ANI) January 19, 2021
Around 8,000 personnel got COVID-infected, 30 succumbed to it. Still, Delhi Police kept at it. They inspected areas during lockdown via drones, helped elderly, pregnant women & COVID-infected people alike. The phase will be inscribed in golden words in history of Delhi Police: HM https://t.co/sEeAqQqUD6
'ये काल दिल्ली पुलिस के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में अंकित होगा' गृहमंत्री शाह ने कहा कि लगभग 8,000 पुलिसकर्मी कोरोना से संक्रमित हो गए, 30 ने दम तोड़ दिया। फिर भी दिल्ली पुलिस मानवता की सेवा करने से पीछे नहीं हटी। उन्होंने ड्रोन के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान क्षेत्रों का निरीक्षण किया, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और कोरोना-संक्रमित लोगों को समान रूप से मदद की। ये दौरदिल्ली पुलिस के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में अंकित किया जाएगा।
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पुलिसकर्मियों की बीमा राशि बढ़ाई गई वहीं दिल्ली के आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि साइबर और आर्थिक अपराध नए युग के अपराध हैं। इसे नियंत्रण में लाने के लिए दिल्ली पुलिस प्रभावी रूप से काम कर रही है। साइबर और फोरेंसिक विशेषज्ञों से समर्थन प्राप्त करने के लिए, हम आज गांधीनगर के राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि किसी पुलिसकर्मी की आकस्मिक मृत्यु या प्राकृतिक कारणों से मृत्यु होने की स्थिति में बीमा राशि को 5 लाख रुपये से बढ़ाकर 28 लाख रुपये कर दिया गया है। एक्सिडेंटल डेथ के लिए, पुलिस कर्मियों के लिए बीमा राशि 30 लाख रुपये से 78 लाख रुपये हो गई। उन्होंने ये भी कहा कि पुलिस बल में इस्तेमाल होने वाली तकनीक में निरंतर बदलाव होना चाहिए। इसके लिए पुलिस टेक्नोलॉजी सेल का गठन किया गया है जो पुलिस के कामकाज के लिए विभिन्न तकनीक के आयात, इस्तेमाल और समयानुसार वृद्धि के लिए काम करेगा।
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