Saturday, Mar 25, 2023
-->
apple-arrivals-increased-from-himachal-and-kashmir

हिमाचल व कश्मीर से सेब की आवक बढ़ी

  • Updated on 7/26/2022

नई दिल्ली। अनामिका सिंह। सेब का सीजन शुरू हो गया है। जिसके चलते टिकरी बॉर्डर के नजदीक आजादपुर मंडी द्वारा अस्थाई रूप से सेब मंडी का निर्माण लगभग पूरा कर चुकी है। ताकि सेब को उतारने व ले जाने में व्यापारियों को परेशानी ना हो। लेकिन टिकरी में सेब मंडी शुरू होने से पहले ही आजादपुर मंडी में लगातार हिमाचल प्रदेश व कश्मीर से आने वाले सेबों की आवक काफी बढ़ गई है। जिसके पीछे पैदावार अच्छी होना भी बताया जा रहा है। इसके अलावा बीते साल के मुकाबले इस साल बबूगोशा व नाशपाती की आवक भी मंडी में बढ़ी है।
कावंडियों की भक्ति से शिवमय हुई राजधानी

हिमाचल से रोजाना 150-200 गाडिय़ों की आजादपुर मंडी में आवक
बता दें कि रोजाना जहां हिमाचल प्रदेश से 150-200 गाडिय़ों के बीच सेब आजादपुर मंडी पहुंच रहे हैं। वहीं कश्मीर से 40-50 गाड़ी की आवक रोजाना हो रही है। जिसमें से 10-15 गाडिय़ां सेन्ड्रोजा वेरायटी के सेब की होती है, बाकी वेरायटी सेब जो छोटे साइज के होते हैं जैसे हजरतबली, दिलरूबा व कंडीशन कहते हैं उन सेबों की होती है। इस समय विदेश से आने वाले सेबों की मांग बिल्कुल कम हो जाती है क्योंकि जब हिंदुस्तान के सेब शुरू होते हैं तो सामान दाम पर विदेशी सेब नहीं बिक पाते हैं। फिलहाल डिमांड में हिमाचल से आने वाले सेबों में रॉयल व रेड गोल्ड की की डिमांड ज्यादा हो गई है। हिमाचल के बबूगोशा भी काफी बड़ी मात्रा में रोजाना पहुंच रहे हैं। वहीं बात यदि दामों की करें तो थोक में 80-120 रूपए प्रतिकिलो में बढिय़ा सेब हिमाचल प्रदेश का बिक रहा है जबकि सामान्य से लेकर साईज में छोटा सेब 50-60 रूपए प्रतिकिलो थोक दाम में बिक रहा है। बबूगोशा 90 से 100 के बीच में बढिय़ा वाला खुदरा बाजार में बिक रहा है। कश्मीर से आने वाले छोटे सेब के थोक दाम 50 रूपए से 70 रूपए किलो हैं। मालूम हो कि जुलाई-अगस्त के महीने में हिमाचल प्रदेश से सेब की आवक अधिक होती है लेकिन सिंतबर में कश्मीर के सेब की आवक और तेज हो जाएगी। 
हर घर तिरंगा अभियान के चलते तिरंगे की मांग बढ़ी, सदर बाजार में लौटी रौनक

20 फीसदी सेब की फसल अधिक हुई है
आजादपुर मंडी में सेब के थोक व्यापारी विजय टालरा ने बताया कि सेब के दामों में इस बार ज्यादा इजाफा देखने को नहीं मिलेगा क्योंकि बीते साल के मुकाबले 20 फीसदी सेब की फसल अधिक हुई है। इस बार मंडी में सीजन से 10-15 दिन पहले ही सेब की आवक शुरू हो गई है। जिसकी वजह इस साल गर्मी अधिक होना है। गर्मी अधिक होने से हिमाचल प्रदेश व कश्मीर में सेब की हार्वेस्टिंग 10-15 दिन पहले हो गई। 

शिमला मंडी टिकरी जाने से मिलेगा फायदा
आजादपुर मंडी में सेब के थोक व्यापारियों का कहना है कि शिमला मंडी टिकरी जाने से व्यापारियों को फायदा मिलेगा। इससे कश्मीर व कुल्लू के सेब वहीं बिकेंगे। जहां आजादपुर मंडी में जाम की समस्या से कई घंटों तक सामान निकालने में परेशानी होती थी। वहीं सेब खराब होने का डर भी बना रहता था। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा बॉर्डर पर ही सेब खरीदकर वहीं बेच दिया जाएगा।

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
comments

.
.
.
.
.