नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिमी नौसेना कमान को तथाकथित आईटी हार्डवेयर की आपूर्ति के लिए 6.76 करोड़ रुपये के फर्जी बिल बनाकर पैसा निकालने के आरोप में नौसेना के चार अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया और इसके बाद चार राज्यों में 28 स्थानों पर छापे मारे। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि दिल्ली, मुंबई, गुजरात और कर्नाटक में छापेमारी की कार्रवाई बुधवार आधी रात तक चली और इस दौरान 10 लाख रुपए की नकदी बरामद की गई।
केजरीवाल सरकार को नजर आ रही हैं मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति में खामियां
उन्होंने बताया कि जांच एजेंसी ने कैप्टन अतुल कुलकर्णी, कमांडर मंदर गोडबोले, कमांडर आर पी शर्मा और पेटी ऑफिसर एलओजी (एफ एंड ए) कुलदीप सिंह बघेल के खिलाफ मामला दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि चारों अधिकारियों के खिलाफ यह मामला कथित तौर पर 6.76 करोड़ रुपये के सात फर्जी बिल बनाने को लेकर दर्ज किया गया है। सीबीआई की प्राथमिकी के मुताबिक, ‘‘सभी आरोपियो ने अपने आधिकारिक पद का गलत इस्तेमाल कर नौसेना के प्राधिकारियों को धोखा दिया और सरकारी खजाने को लूटकर आर्थिक लाभ उठाया।’’
राजीव टोपनो की जगह हार्दिक शाह होंगे प्रधानमंत्री मोदी के निजी सलाहकार
आरोप है कि ये बिल सूचना प्रौद्योगिकी एवं नेटर्विकंग संबंधी हार्डवेयर की आपूर्ति के लिए मुंबई में पश्चिमी नौसेना कमान (डब्ल्यूएनसी) में 2016 में जनवरी से मार्च के बीच तैयार किए गए। सीबीआई की प्राथमिकी में कहा गया है, ‘‘बिल में जिस सामान का जिक्र किया गया है, उनमें से किसी सामान की आपूर्ति डब्ल्यूएनसी के मुख्यालय में नहीं की गई। बिलों की तैयारी संबंधी वित्तीय मंजूरी, खरीदारी के ऑर्डर, रसीद वाउचर इत्यादि जैसे कोई दस्तावेज मुख्यालय में नहीं हैं।’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबियत बिगड़ी, अस्पताल में भर्ती
नौसेना ने बजट पर निगरानी के लिए और जमा किए गए बिलों की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने के लिए 2012 में एक वित्तीय सूचना प्रणाली (एफआईसी) लागू की थी। सभी बिल में एफआईसी संख्या होती है और एफआईसी यूजर आईडी किसी अधिकारी को आवंटित की गई निजी संख्या होती है और कोई और कर्मी उस तक नहीं पहुंच सकता।
‘गैर कानूनी रूप से नजरबंद’ रखने को लेकर मोदी सरकार पर केस करेंगे कांग्रेस नेता सोज
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि गोडबोले और शर्मा की एफआईसी यूजर आईडी से फर्जी बिल तैयार किए गए, जिससे अपराध में उनकी सक्रिय मिलीभगत का पता चलता है। इसमें आरोप लगाया गया है कि जिस इकाई में बिल तैयार किए गए थे, कुलकर्णी उसका पर्यवेक्षक अधिकारी था। एजेंसी ने रक्षा लेखा नियंत्रक के चार अधिकारियों के खिलाफ भी मामले दर्ज किए हैं। इसके अलावा निजी कंपनियों स्टार नेटवर्क, एसीएमई नेटवक्र्स, साइबरस्पेस इंफोविजन और मोक्ष इंफोसिस के खिलाफ भी मामले दर्ज किए गए हैं।
सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को पर्यावरण मंजूरी के खिलाफ नई याचिका दायर करने की दी इजाजत
यहां पढ़ें कोरोना से जुड़ी महत्वपूर्ण खबरें...
चीन के इस दुर्लभ जीव का मांस है 1 लाख रु. किलो, बढ़ती डिमांड के कारण विलुप्त होने को है ये जीव
Coronavirus की दवा हो सकती है अश्वगंधा, IIT दिल्ली ने किया शोध
दुनिया के इस देश में खाया जाता है चमगादड़ का मांस, कोरोना के बाद भी यहां नहीं रुकी बिक्री
चिलचिलाती गर्मी में, दिव्यांग बेटी को बोरे में रखकर साइकिल से घर जाने को मजदूर हुआ बेबस
कोरोना वायरस को लेकर चीन ने दी अपनी सफाई, दुनिया को बताए ये 6 फैक्ट
सकारात्मक वैश्विक रुझानों के बीच शुरुआती कारोबार में शेयर बाजारों में...
B'Day Spl: कुछ इस तरह परवान चढ़ा था Neena और Vivian का प्यार, बन...
साली ने जीजा पर लगाया 16 दिन तक दुष्कर्म करने का आरोप, मुकदमा दर्ज
ओडिशा रेल दुर्घटनाः RSS के स्वयंसेवकों ने किया 500 यूनिट रक्तदान, अब...
जानिए किस पर पड़ा कोटला मुबारकपुर का नाम
इतिहास के अवशेष, पुराना किला में अभी भी हैं शेष
Mango Weight Loss: ऐसे करें आम का सेवन, कभी नहीं बढ़ेगा वजन
नहीं रहे कन्नड़ के मशहूर एक्टर Nithin Gopi, दिल का दौड़ पड़ने की वजह...
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रेन दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया, स्थिति का...
देश का एक ऐसा गांव जहां पैदा होते ही हो जाती है बच्चे की मौत, 500...