Thursday, Mar 30, 2023
-->
assam chief minister himanta biswa sarma bjp legislature party meeting in guwahati kmbsnt

हिमंत बिस्व सरमा होंगे असम के नए CM, विधायक दल की बैठक में हुआ फैसला

  • Updated on 5/9/2021

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। असम में मुख्यमंत्री का पद हिमंत बिस्व सरमा को सौंप दिया गया है। आज गुवहाटी में हुई भाजपा विधानमंडल की बैठक में उन्हें असम का नया सीएम चुन लिया गया है। विधायक दल की बैठक में सर्वानंद सोनोवाल ने ही उनका नाम आगे बढ़ाया था, जिसे सभी ने स्वीकर कर लिया। 

4 घंटे की माथापच्ची के बाद शनिवार को भाजपा ने असम के मुख्यमंत्री का नाम तय कर लिया था, लेकिन जो नाम सामने आया उससे पार्टी के सामने आने वाले दिनों में कई चुनौतियां बढ़ती दिखाई दीं, इसीलिए किसी का नाम घोषित करने की बजाय विधायकों की राय लेने का फैसला लिया गया था।

सूत्रों की मानें तो इसके पीछे आरएसएस है, जिसने भाजपा की ओर से दिए नाम पर अड़ंगा लगाया। बताया जा रहा है कि भाजपा का एक बड़ा धड़ा सर्बानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री बनाने की पैरोकारी कर रहा था। तो एक लॉबी ऐसी भी थी जो चाहती थी कि चुनाव के प्रमुख रणनीतिकार रहे स्वास्थ्य मंत्री हिमंत बिस्व सरमा को मुख्यमंत्री बनाया जाए।

हिमंत बिस्व सरमा ने नड्डा- शाह से की मुलाकात, CM बनने की अटकलें तेज

बेजीपी की पहली सरकार बनाने में शर्मा की अहम भूमिका
सोनोवाल राज्य की कथारी आदिवासी समुदाय से आते हैं। वही हेमंत बिस्व शर्मा नॉर्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के संयोजक रहे हैं। 2016 में पूर्वोत्तर में भाजपा की पहली सरकार बनवाने में हेमंत बिस्व शर्मा की अहम भूमिका थी, लेकिन ये चुनाव भाजपा ने सर्बानंद सोनोवाल को मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करके लड़ा था।

इस बार मुख्यमंत्री सोनोवाल थे जरूर, मगर चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर लड़ा गया। चुनाव की रणनीति बनाने में हेमंत बिस्व शर्मा की भूमिका इस बार भी अहम रही। जिसके आधार पर पार्टी की एक लॉबी हिमंत बिस्व सरमा को मुख्यमंत्री बनाए जाने की पैरोकारी कर रही थी, लेकिन भाजपा के शीर्ष नेताओं में इस मुद्दे पर एक राय नहीं थी।

बिहार: JDU नेता तनवीर अख्तर का कोरोना से निधन, CM नीतीश ने जताया दुख

सोनोवाल और शर्मा के नाम पर पार्टी में थी अलग-अलग राय
सीएम का नाम तय होने से पहले कोई पार्टी काडर को आगे बढ़ाने का पक्ष रख रहा था, तो कोई भविष्य की सियासत के मद्देनजर दूसरे दलों में से आए उन नेताओं पर भी भरोसा जताने की दलील दे रहा था जिन्होंने कम से कम 5 साल भाजपा में रहकर पार्टी की रीति नीति को समझ लिया है और अपनी निष्ठा साबित कर दी है।

इस मामले के समाधान के लिए शनिवार को पार्टी नेताओं ने सोनोवाल और सरमा को साथ बैठाकर बात की। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर करीब 4 घंटे तक चली बैठक में सोनोवाल और सरमा के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी मौजूद थे। करीब 4:00 बजे बैठक खत्म हुई। आज विधायक दल की बैठक में सरमा को असम का नया सीएम बनाने पर सभी ने मुहर लगा दी। 

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।

comments

.
.
.
.
.