नई दिल्ली/टीम डिजिटल। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने स्पष्ट किया है कि बैचलर ऑफ वोकेशन पाठ्यक्रम को इंजीनियरिंग में डिप्लोमा या इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में ‘लेटरल एंट्री’ के लिए बीएससी डिग्री के समकक्ष माना जाएगा। एआईसीटीई ने एक आधिकारिक आदेश में कहा कि इसलिए यह स्पष्ट किया जाता है कि बैचलर ऑफ वोकेशन पाठ्यक्रम को इंजीनियरिंग में डिप्लोमा और बी.टेक या बीई प्रोग्राम में लेटरल एंट्री के माध्यम से प्रवेश के उद्देश्य से बीएससी डिग्री के बराबर माना गया है।
साहित्योत्सव 2022ः सामाजिक बदलाव की हर सीढ़ी पर स्त्रियों के पदचिन्ह अंकित हैं
इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में ‘लेटरल एंट्री’ पर आया एआईसीटीई का बयान एआईसीटीई ने आगे कहा कि बीटेक और बीई प्रोग्राम में लेटरल एंट्री से द्वितीय वर्ष में दाखिले के लिए उम्मीदवार को इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी की किसी भी शाखा में कम से कम तीन साल की डिप्लोमा परीक्षा पास करनी होगी। एआईसीटीई ने कहा कि मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से बीएससी की डिग्री और गणित विषय के साथ 12वीं कक्षा की परीक्षा भी पात्रता मानदंड में है।
दुनिया के अव्वल देश की तरह मतपत्रों के जरिये वोटिंग कराए भाजपा:...
राजस्थान के सीएम चेहरे का फैसला : भाजपा विधायक दल की बैठक मंगलवार को
डब्ल्यूएफआई चुनाव : खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से मिले बजरंग पुनिया और...
ऐसे कानून की जरूरत कि CBI राज्यों की सहमति के बिना जांच कर सके:...
जम्मू-कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा तत्काल बहाल हो, तुरंत चुनाव...
पुष्पा भारती को ‘यादें, यादें और यादें' संस्मरण के लिए व्यास सम्मान...
धीरज साहू के ठिकानों पर रेड जारी, नड्डा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
कोर्ट ने ज्ञानवापी सर्वे रिपोर्ट पेश करने को ASI को एक सप्ताह का और...
उज्जैन दक्षिण से विधायक मोहन यादव होंगे मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री
महबूबा ने अनुच्छेद 370 पर न्यायालय के फैसले को मौत की सजा बताया, उमर...