नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। देश में कई राजनेता हुए जिनको अलग-अलग कार्यों के लिए याद किया जाता है। उसी में एक नाम है बाल ठाकरे (Bal Thackeray) जिनका कल जन्मदिन है। इन्हें देश के विवादित नेता के तौर पर जाना जाता है
बाल ठाकरे का जन्म 23 जनवरी 1926 और मृत्यु 14 नबंवर 2012 को हुआ था वे भारत के महाराष्ट्र (Maharashtra) प्रदेश के प्रसिद्ध राजनेता थे जिन्होंने शिवसेना (Shivsena) के नाम से एक प्रखर हिन्दू राष्ट्रवादी दल का गठन किया है। उन्हें लोग प्यार से बालासाहेब ठाकरे भी कहते थे।
पिता प्रबोधनकार ठाकरे बड़े सोशल रिफॉर्मिस्ट थे बाल ठाकरे के पिता प्रबोधनकार ठाकरे अपने समय के बड़े सोशल रिफॉर्मिस्ट थे और मराठी नाटक भी लिखा करते थे। बाल ठाकरे ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने अपनी अंगुली के एक इशारे से देश की वित्तीय राजधानी की रौनक को सन्नाटे में बदल दिया था
उन्होंने आरके लक्ष्मण के साथ अंग्रेजी दैनिक फ्री प्रेस जर्नल में 1950 के दशक के अंत में कार्टूनिस्ट के तौर पर अपना करियर शुरू किया था, लेकिन 1960 में उन्होंने कार्टून साप्ताहिक मार्मिक की शुरुआत करके एक नए रास्ते की तरफ कदम बढ़ाया।
बाबरी ध्वंस से लेकर उत्तर भारतीयों पर हमलों का था आरोप बाल ठाकरे पर कई बार कानून तोड़ने का आरोप लगते रहे लेकिन ठाकरे हमेशा से आजादी से अपनी बात सबसे सामने रखते रहें। इन पर बाबरी ध्वंस से लेकर उत्तर भारतीयों पर हमलों के आरोप लगे थे।
बाल ठाकरे एक सख्त और कट्टर राजनेता माने जाते थे दिलचस्प बात ये थी कि वे पेशे से कार्टूनिस्ट थे और हास्य को कला में पिरोने वाला एक शख्स राजनीती में उतना ही निर्मम मामा जाता था।
बाल ठाकरे को लेकर कई दिलचस्प बाते हैं इंदिरा गांधी के समय में जिस आपातकाल को भारतीय लोकतंत्र का काला अध्याय कहा जाता है बाल ठाकरे उसके समर्थक थे। उन्होंने इस दौरान खुलेआम इसके पक्ष में बयान दिए थे।
सचिन से प्यार और टकरार बाल ठाकरे हमेशा मराठी राग अलापते थे और वे सचिन तेंडुकर को बहुत पंसद करते थे। लेकिन एक बार जब सचिन ने महाराष्ट्र को लेकर कहा कि इस राज्य पर पूरे भारत का हक है तो बाल ठाकरे उनपर गरजते हुए वोलें कि वे क्रिकेट की पिच पर हीं रहें, राजनीति का खेल हमें खेलने दें।
बहुत लोग बाल ठाकरे के वारिस के तौर पर उनके बेटे उद्धव ठाकरे को नहीं बल्कि राज को देखते थे। लोगों को लगता था कि बाल ठाकरे अपने बाद सारी कमान राज को ही सौंपेंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
फिल्मी दुनिया से गहरा नाता बाल ठाकरे का फिल्मी दुनिया से गहरा नाता रहा है, संजय दत्त जब टाडा कानून के तहत मुश्किल में थे, उश समय बाल ठाकरे से उन्हें हर संभव मदद मिली।
एक बार दिलीप कुनार और बाल ठाकरे के बीच एक वक्त्त गहरी दोस्ती थी। ठाकरे ने एक बार कहा था कि दिलीप उनके साथ शाम की बैठक लगाते थे लेकिन बाद में पता नहीं क्या हुआ कि वे मुझसे दूर चले गए।
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