नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। असम में आगामी विधानसभा चुनाव (Assam Assembly Election) के मद्देनजर पार्टियों को बीच सीट बटवारे को लेकर स्थिति साफ हो गया है। जिसमें भाजपा (BJP) और उसके सहयोगी दलों, असम गण परिषद (अगप) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL) के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर समझौते को बुधवार को अंतिम रूप दे दिया गया। बताया जा रहा है कि इसकी औपचारिक घोषणा गुरुवार यानी आज कर दी जाएगी।
A delegation of senior leaders comprising @agpofficial_ President Sri @ATULBORA2 & BTR CEM Sri @Pramodboro1 met Hon HM Sri @AmitShah and @BJP4India President Sri @JPNadda in Delhi this evening. We're working out the modalities & a formal alliance will be declared tomorrow. pic.twitter.com/shDCGMcsY6 — Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) March 3, 2021
A delegation of senior leaders comprising @agpofficial_ President Sri @ATULBORA2 & BTR CEM Sri @Pramodboro1 met Hon HM Sri @AmitShah and @BJP4India President Sri @JPNadda in Delhi this evening. We're working out the modalities & a formal alliance will be declared tomorrow. pic.twitter.com/shDCGMcsY6
सीट बटवारे को लेकर बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर इस सिलसिले में एक अहम बैठक हुई जिसमें भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रंजीत दास, अगप के अध्यक्ष और राज्य सरकार के मंत्री अतुल बोरा, यूपीपीएल के प्रमुख प्रमोद बोरो, भाजपा नेता और मंत्री हेमंत विश्व सरमा भी मौजूद रहें।
राहुल गांधी का असम दौरा हाल ही में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने असम विधानसभा चुनावों की तैयारी के लिए कांग्रेस के इलेक्शन कैंपने की शुरुआत की। उन्होंने शिवसागर जिले के शिवनगर बोर्डिंग फील्ड से अपने समर्थकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने असम के पूर्व मुख्यमंत्री और दिवंगत कांग्रेस नेता करूण गोगोई की जमकर तारीफ की। साथ ही संशोधित नागरिकता कानून को लेकर भारतीय जनता पार्टी को भी ललकारा।
राहुल गांधी ने रैली को जनसभा को संबोधित करते हुए अवैध इमिग्रेशन को एक बड़ा मुद्दा बताया। उन्होंने कहा कि असम के लोग इस मुद्दे को सुलझाने की क्षमता रखते हैं। आप हिंसदुस्तानी गुलदस्ते के फूल हो, असम का नुकसान हुआ तो देश का नुकसान होगा। उन्होंने केंद्र प्रशासित मोदी सरकार को ललकातरे हुए कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए CAA लागू नहीं होगा।
पहले चरण के तहत 47 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च को मतदान बता दें कि असम में पहले चरण के तहत राज्य की 47 विधानसभा सीटों पर 27 मार्च को, दूसरे चरण के तहत 39 विधानसभा सीटों पर एक अप्रैल और तीसरे व अंतिम चरण के तहत 40 विधानसभा सीटों पर छह अप्रैल को मतदान संपन्न होगा।
असम में विधानसभा की 126 सीटें हैं। असम विधानसभा का कार्यकाल 31 मई को पूरा हो रहा है। इस बार असम में भाजपा को अपनी सत्ता बचाने की चुनौती है। वहां उसका सामना कांग्रेस और एआईयूडीएफ के गठबंधन से है। भाजपा ने पिछले विधानसभा चुनाव में 10 सालों के कांग्रेस शासन का अंत करते हुए पहली बार पूर्वोत्तर के किसी राज्य में सत्ता हासिल की थी। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को 60, उसके सहयोगियों असम गण परिषद और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट को क्रमश 14 और 12 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। कांग्रेस को 26 सीटों पर जीत मिली थी जबकि सांसद बदरूदृदीन अजमल के नेतृत्व वाले एआईयूडीएफ को 13 सीटें मिली थी।
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