नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को उपराज्यपाल वी के सक्सेना से दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की प्रमुख स्वाति मालीवाल को हटाने की मांग की। दिल्ली की एक अदालत द्वारा महिला आयोग में नियुक्तियों के सिलसिले में मालीवाल के खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिये जाने के बाद भाजपा ने यह मांग की।
अदालत ने ‘प्रथम दृष्टया' अपने पद का दुरुपयोग करके महिला अधिकार निकाय में विभिन्न पदों पर आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं को नियुक्त करने के मामले में बृहस्पतिवार को मालीवाल और अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार और आपराधिक साजिश रचने का आरोप तय करने का आदेश दिया। सक्सेना को लिखे गये पत्र में पश्चिमी दिल्ली के भाजपा सांसद परवेश वर्मा ने मालीवाल को उनको पद से हटाने की मांग की।
वर्मा ने कहा, ‘‘मैं आप से अनुरोध करता हूं कि असंवैधानिक कृत्य के लिए स्वाति मालीवाल के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें और उन्हें डीसीडब्ल्यू के अध्यक्ष के पद से हटाएं।'' वर्मा ने कहा कि ‘कथित साजिश' के तहत मालीवाल और अन्य ने आप कार्यकर्ताओं को उचित प्रक्रिया का पालन किये बिना महिला आयोग के विभिन्न पदों पर नियुक्त किया।
भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रमुख आदेश गुप्ता ने ट्वीट करके आरोप लगाया कि लगता है कि आप भ्रष्टाचार करने का ‘कोई मौका नहीं छोड़ना' चाहती। भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने नियुक्तियों में ‘धांधली' का आरोप लगाते हुए सक्सेना से पैनल को भंग करने की मांग की। भाजपा की पूर्व नेता और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह की शिकायत पर यह मामला भ्रष्टाचार निरोधक शाखा द्वारा दर्ज किया गया था।
ईमानदारी से काम करने वालों को अपनी ईमानदारी सिद्ध करती पड़ती है और चोर देश में मज़े मारते हैं। लाखों केस सँभाले, सैंकड़ों बच्चियों को तस्करी से बचाया, शराब- ड्रग माफिया पकड़वाए, गरीबों के साथ खड़ी हुई। बस यही मेरा गुनाह है। जब तक ज़िंदा हूँ, लड़ती रहूँगी। — Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) December 9, 2022
ईमानदारी से काम करने वालों को अपनी ईमानदारी सिद्ध करती पड़ती है और चोर देश में मज़े मारते हैं। लाखों केस सँभाले, सैंकड़ों बच्चियों को तस्करी से बचाया, शराब- ड्रग माफिया पकड़वाए, गरीबों के साथ खड़ी हुई। बस यही मेरा गुनाह है। जब तक ज़िंदा हूँ, लड़ती रहूँगी।
अभियोजन पक्ष ने दावा किया कि महिलाओं के पैनल में छह अगस्त, 2015 से एक अगस्त, 2016 के बीच कुल 90 नियुक्तियां की गई थीं, जिनमें से 71 नियुक्तियां संविदा पर थीं और 16 नियुक्तियां ‘डायल 181' हेल्पलाइन के लिए थीं। बाकी की तीन नियुक्तियों का कोई ब्योरा नहीं मिल सका।
उधर, स्वाति मालीवाल ने अपने ट्वीट में लिखा है, 'ईमानदारी से काम करने वालों को अपनी ईमानदारी सिद्ध करती पड़ती है और चोर देश में मज़े मारते हैं। लाखों केस सँभाले, सैंकड़ों बच्चियों को तस्करी से बचाया, शराब- ड्रग माफिया पकड़वाए, गरीबों के साथ खड़ी हुई। बस यही मेरा गुनाह है। जब तक ज़िंदा हूँ, लड़ती रहूँगी।'
मध्य प्रदेश के मुरैना में वायु सेना के दो लड़ाकू विमान...
अमर्त्य सेन पर विश्व भारती विवि की जमीन कब्जाने का आरोप, जाने पूरा...
दिल्लीवासियों को महापौर के लिए करना पड़ सकता है अभी और इंतजार
अडाणी समूह पर लगे आरोपों को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर साधा...
उन्नाव दुष्कर्म मामला : हाई कोर्ट ने सेंगर की अंतरिम जमानत की अवधि...
पंजाब में 400 नये मोहल्ला क्लीनिक खुले, केजरीवाल बोले- एक और गारंटी...
भारतीय अर्थव्यवस्था महामारी के विनाशकारी प्रकोप से अभी उबरी नहीं :...
ललित मोदी की टिप्पणी के खिलाफ याचिका पर आदेश देने से कोर्ट का इनकार
अदालत ने दिल्ली सरकार को हर जिले में ‘वन-स्टॉप' केंद्र खोलने का...
गुजरात : मोरबी पुल हादसा मामले में आरोप पत्र दाखिल, जयसुख पटेल भी...