Saturday, Dec 09, 2023
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जानिए खुद को 'किसान हितैषी' बताने वाले कनाडा के PM ट्रूडो की चीन के सामने क्यों हुई बोलती बंद?

  • Updated on 2/23/2021

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। भारत (India) में कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन को लेकर बिन मांगी सलाह देने वाले कनाडा (Canada) के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने चीन (China) के सामने चुप्पी साध ली है। कनाडा के निचले सदन 'हाउस ऑफ कॉमंस' में चीन को पश्चिमी शिनजियांग प्रांत में 10 लाख से अधिक उइगुर मुस्लिमों के जनसंहार का दोषी घोषित करने के लिए मतदान हुआ, लेकिन कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनकी कैबिनेट के सदस्य इस मतदान में शामिल नहीं हुए।

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नरसंहार के खिलाफ हुए मतदान में ट्रूडो ने नहीं डाला वोट
निचले सदन में पेश इस प्रस्ताव के समर्थन में सोमवार को 266 वोट पड़े और एक भी मत इसके खिलाफ नहीं पड़ा, लेकिन ट्रूडो और उनकी कैबिनेट ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। इस प्रस्ताव में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को 2022 के शीतकालीन ओलंपिक के आयोजन को बीजिंग से हटाने का आह्वान किया गया है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि कनाडा के विदेश मंत्री इस मुद्दे पर सरकार का पक्ष स्पष्ट करेंगे।

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ट्रूडो की लिबरल पार्टी के 154 सांसद
उन्होंने कहा कि संसद में कुछ घोषित करने से चीन में पर्याप्त परिणाम नहीं निकलेंगे और इसके लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों एवं साझेदारों के साथ काम करने की जरूरत है। मुख्य विपक्षी दलों ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है। निचले सदन में विपक्षी दलों की सीटें अधिक हैं। ट्रूडो की कैबिनेट में उन्हें मिलाकर 37 'लिबरल' सांसद हैं। निचले सदन में ट्रूडो की लिबरल पार्टी के 154 सांसद हैं।

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उइगुर मुस्लिमों पर अत्याचार के लिए चीन जिम्मेदार
विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता एरिन ओ टुले ने कहा है कि चीनी शासन को संदेश भेजना आवश्यक है। यह मतदान उइगुर मुस्लिमों एवं अन्य अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के लिए चीन को जिम्मेदार ठहराने का हालिया प्रयास है। हालांकि चीन इन आरोपों का खंडन करता रहा है। उसने जोर दिया है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और अलगाववादी आंदोलन के खिलाफ ये कदम उठाये गये। 

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उइगरों पर जुल्म ढाने का एक नया ठिकाना
दरअसल, चीन ने प्रशिक्षण केंद्र की आड में उइगरों पर जुल्म ढाने का एक नया ठिकाना ढूंढ लिया है। इस  बात का खुलासा तब हुआ जब एक प्रशिक्षण केंद्र में कैद लोगों को पढ़ाने गई शिक्षिका ने यातना का ये सितम खुद अपनी आंखों से देखा। शिक्षिका ने बताया कि प्रशिक्षण केंद्रों में उइगर मुस्लिमों को जंजूरों में बांधकर कर रखा जाता है। सितम की इंतहा, तब हो गई जब महिला ने बताया कि इन केंद्रों में महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म आम बात होती है। 

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शिक्षिका क्विलबिनर सिदिक ने किया बड़ा खुलासा
मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार, चीन के शिनजियांग स्थित दो प्रशिक्षण केंद्रों में एक शिक्षिका क्विलबिनर सिदिक को वहां उपस्थित किया गया है, लेकिन यहां जो कुछ चल रहा है उसके बारे में तब पता चला जब एक महिला को स्ट्रेचर पर केंद्र से बाहर ले जाते हुए देखा गया था। महिला की स्थिति बहुत ही दयनीय थी। जब महिला के बारे में जानकारी ली, तो पता चला की वो मर चुकी है। जब मौत का कारण जानना चाहा तो, उसने कुछ भी कहने से मना कर दिया। शिक्षिका ने बताया कि उसे 2017 में बिना उसकी अनुमति के दो प्रशिक्षण केंद्रों में तैनात कर दिया था।

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