नई दिल्ली/टीम डिजिटल। आम आदमी पार्टी (आप) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि भारतीय सेना ‘अग्निपथ’ योजना के तहत युवाओं की भर्ती में जाति को एक कारक के रूप में इस्तेमाल कर रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तुरंत इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि यह केवल ‘एक अफवाह’ है।
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट किया, ‘ (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी सरकार का घटिया चेहरा देश के सामने आ चुका है। क्या मोदी जी दलितों/ पिछड़ों/ आदिवासियों को सेना में भर्ती के काबिल नहीं मानते? भारत के इतिहास में पहली बार सेना भर्ती में जाति पूछी जा रही है। मोदी जी आपको अग्निवीर तैयार करना है या ‘जातिवीर’।’
#WATCH | "It's just a rumour. Earlier system, existing since pre-independence era, is going on. No change has been made. Old system is being continued," says Defence Min Rajnath Singh on Opposition's allegations that caste & religion certificates being asked for Agnipath scheme. pic.twitter.com/gtBJAtaSvP — ANI (@ANI) July 19, 2022
#WATCH | "It's just a rumour. Earlier system, existing since pre-independence era, is going on. No change has been made. Old system is being continued," says Defence Min Rajnath Singh on Opposition's allegations that caste & religion certificates being asked for Agnipath scheme. pic.twitter.com/gtBJAtaSvP
राजनाथ सिंह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए संसद परिसर में पत्रकारों से कहा, ‘मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह एक अफवाह है। आजादी से पहले जो (भर्ती) व्यवस्था थी, वह अब भी जारी है और उसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है।’
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