नई दिल्ली/टीम डिजिटल। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 14 लाख से अधिक 12वीं के छात्रों की एक दुविधा सोमवार को दूर कर दी। जिन छात्रों को मूल्यांकन नीति से कम अंक आने का अंदेशा था या जिन्हें लग रहा था कि वह 11वीं में अच्छा स्कोर नहीं कर पाए इसीलिए 30 अंक के नियम में 11वीं में उन्हें अच्छे औसत अंक नहीं मिल पाएंगे, उन्हें बोर्ड ने कोरोना परिस्थिति सुधरने के बाद अंक सुधारने के लिए परीक्षा में बैठने का एक अवसर देने को कहा था।
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वैकल्पिक परीक्षा की तिथियां घोषित अब इसकी तिथियां बोर्ड ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किए ताजा एफिडेविट में बता दी है। सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश किए एफिडेविट में कहा कि जो छात्र बोर्ड द्वारा घोषित की गई 30:30:40 के फार्मूले वाली मूल्यांकन नीति से संतुष्ट नहीं होंगे उनके लिए बोर्ड वैकल्पिक परीक्षा का आयोजन करेगा।
इस वैकल्पिक परीक्षा के लिए बोर्ड द्वारा 15 अगस्त से 15 सितंबर के बीच आवेदन मांगे जाएंगे, क्योंकि यह 12वीं के रिजल्ट के जारी होने के बाद ही हो सकता है, जो कि 31 जुलाई तक जारी होना है।
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स्थिति सामान्य होने पर ही आयोजित की जाएगी परीक्षा इससे यह तय होगा कि बोर्ड सितंबर में मौजूदा मूल्यांकन नीति के आधार पर छात्रों के लिए परीक्षा का आयोजन कर सकता है। बोर्ड ने कोर्ट में यह भी कहा है कि परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा आयोजित की जा सकती है, लेकिन तभी जब परिस्थितियां सामान्य हों और ऑफलाइन परीक्षा कराई जा सकती हो।
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