नई दिल्ली/टीम डिजिटल। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड(सीबीएसई) ने अकादमिक सत्र 2022-23 के लिए परीक्षा व मूल्यांकन नीति की घोषणा कर दी है। अकादमिक सत्र 2022-23 में वर्ष में एक बार बोर्ड परीक्षा का पैटर्न वापस लौट रहा है। 9वीं-10वीं कक्षा के छात्रों के लिए आयोजित होने वाली वार्षिक परीक्षाओं में 40 फीसद सवाल क्षमता आधारित पूछे जाएंगे। वहीं ऑब्जेक्टिव टाइप सवालों की संख्या 20 फीसद रहेगी। बाकी 40 फीसद सवाल लघु उत्तरीय, दीर्घ उत्तरीय प्रकार के होंगे।
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स्कूलों में पहले की तरह ही आयोजित की जाएंगी आंतरिक परीक्षाएं अकादमिक सत्र 2022-23 में 20 नंबर का इंटरनल रहेगा और 80 नंबर का थ्यूरी पार्ट होगा। बोर्ड ने 11वीं-12वीं कक्षा के लिए जारी किए गए परीक्षा प्रणाली के मुताबिक टर्म परीक्षाएं नहीं होंगी। केवल वार्षिक परीक्षा के आधार पर रिजल्ट जारी होगा। 11-12वीं छात्रों से 30 फीसद क्षमता आधारित सवाल पूछे जाएंगे। ये सवाल मल्टीपल च्वाइस, केस आधारित, सोर्स आधारित इंटीग्रेटेड आदि प्रकार के हो सकते हैं।
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अकादमिक सत्र 2022-23 में वार्षिक परीक्षा के आधार पर जारी होगा रिजल्ट इसके अलावा 20 फीसद सवाल ऑब्जेक्टिव टाइप के होंगे। बाकी 50 फीसद सवाल लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न होंगे। बोर्ड ने कहा है कि जिस प्रकार स्कूलों में आंतरिक परीक्षाएं होती रहीं है उसी प्रकार आगे भी जारी रहेंगी। सीबीएसई ने इसके लिए स्कूलों को पहले ही गाइडलाइन भेज दी हैं।
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