नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कोरोना के महासंकट के बीच केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने अभी तक 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए तिथि की घोषणा नहीं की है। इन परीक्षाओं के आयोजन पर सभी के अलग-अलग मत हैं। कई छात्र, अभिभावक और नेता चाहते हैं कि ये परीक्षाएं आयोजित न हों और 10वीं की मूल्याकंन प्रणाली के तहत छात्रों का भविष्य तय किया जाए। तो वहीं कुछ लोग परीक्षा कराने के पक्ष में हैं।
इसी क्रम में बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं आयोजित की जानी चाहिए क्योंकि यह छात्रों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हालांकि मौजूदा हालात में ऐसा नहीं हो सकता। लेकिन एक संभावित तारीख की घोषणा की जानी चाहिए। ऑनलाइन परीक्षा का विकल्प भी है।
CBSE board examinations should be conducted as it plays a vital role in students’ life. However, this can’t happen amid the current situation. But a tentative date should be announced. There is also an option of online examination: Bihar Education Minister Vijay Kumar Chaudhary pic.twitter.com/k72eOhpfCv — ANI (@ANI) May 25, 2021
CBSE board examinations should be conducted as it plays a vital role in students’ life. However, this can’t happen amid the current situation. But a tentative date should be announced. There is also an option of online examination: Bihar Education Minister Vijay Kumar Chaudhary pic.twitter.com/k72eOhpfCv
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15 जुलाई से 26 अगस्त के बीच हो सकती है परीक्षा सीबीएसई द्वारा 15 जुलाई से 26 अगस्त तक कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा आयोजित कराए जाने की उम्मीद है। बोर्ड परीक्षा ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाएगी। छात्रों का एक वर्ग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कक्षा 12वीं की ऑफलाइन परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहा है। सूत्रों के अनुसार, सीबीएसई ने 15 जुलाई से 26 अगस्त के बीच परीक्षा आयोजित करने और सितंबर में परिणाम घोषित करने का प्रस्ताव रखा है। हालांकि इसपर अंतिम फैसला 1 जून को होगा।
ऑफलाइन मोड में आयोजित की जाने वाली यह परीक्षाए राज्यों में तब तक कोरना के कारण बनी स्थिति को देखते हुए दो चरणों में आयोजित की जा सकती हैं। पहला चरण 15 जुलाई से 1 अगस्त और दूसरा चरण 5 से 26 अगस्त के बीच रखा जा सकता है।
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बोर्ड के पास परीक्षाओं के लिए दो प्लान सूत्रों के अनुसार बोर्ड के पास परीक्षाओं के लिए दो प्लान है जिसमें दूसरे प्लान पर अधिकतर राज्य हाल ही में आयोजित की गई रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली बैठक में सहमत दिखे। केवल महाराष्ट्र और दिल्ली किसी भी तरह की परीक्षाओं को आयोजित कराने के पक्ष में नहीं है।
दूसरे प्लान में बोर्ड परीक्षाएं अपने मौजूदा स्वरूप 3 घंटे प्रति पेपर में ना होकर डेढ़ घंटा प्रति पेपर के हिसाब से आयोजित की जा सकती हैं। इसमें प्रश्नों का स्वरूप भी बदलेगा। इस डेढ़ घंटे के पेपर में केवल बहुविकल्पी और लघु उत्तरीय प्रश्नों को शामिल किया जा सकता है। छात्रों को केवल एक भाषा और तीन इलेक्टिव विषयों के लिए परीक्षा देनी पड़ेगी। परीक्षा पंजीकृत छात्र के स्कूल में दिलाई जा सकती हैं मतलब इनका प्रकार स्वकेंद्र हो सकता है।
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