नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने 12वीं कक्षा के परिणामों की गणना के लिए एक पोर्टल बनाया है ताकि अंकों/ग्रेड का व्यवस्थित ढंग से आकलन किया सके और समय की बचत हो। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सीबीएसई ने बारहवीं बोर्ड परीक्षा 2021 के लिए अंकों के सारणीकरण के लिए नीति जारी की है। इस संबंध में, सीबीएसई ने अपने स्कूलों के परिणाम की तैयारी में परिणाम समिति/ स्कूलों की सहायता करने का निर्णय लिया है। इसी के तहत बोर्ड के आईटी विभाग ने एक पोर्टल तैयार किया है जो बारहवीं कक्षा के परिणामों की गणना के लिए सभी संबंधित स्कूलों को सुविधा प्रदान करेगा। बोर्ड के आईटी विभाग के निदेशक अंतरिक्ष जौहरी ने कहा कि सीबीएसई से सबंद्ध स्कूलों के छात्रों के अंकों की गणना के लिये उपलब्ध परिणाम के आधार पर एक प्रणाली तैयार की गई है। दूसरे बोर्ड के संदर्भ में सीबीएसई क्षेत्रीय कार्यालयों की मदद से गणना करने के लिये परिणाम संबंधी आंकड़े जुटायेगी।
Coronavirus: देश में 42,640 नए मामले, 24 घंटे में 1,167 लोगों की मौत
कोविड-19 महामारी के कारण परीक्षा हुई थी रद्द सीबीएसई का कहना है कि यह प्रणाली गणना के काम के बोझ को कम करेगी, लगने वाले समय और कई अन्य परेशानियों को भी कम करेगी। कोविड-19 महामारी के कारण सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षा को रद्द कर दिया था। बोर्ड ने परीक्षा परिणाम के संबंध में इन दोनों कक्षाओं के लिये वैकल्पिक मूल्यांकन नीति की घोषणा की है। स्कूलों से 10वीं कक्षा के अंक 30 जून तक जमा करने को कहा गया है जबकि 12वीं कक्षा के लिये स्कूलों को 15 जुलाई की समयसीमा दी गई है। सीबीएसई दसवीं कक्षा, 11वीं कक्षा और 12वीं कक्षा के परिणामों के आधार पर 12वीं कक्षा के छात्रों के अंक मूल्यांकन में क्रमश: 30:30:40 का फार्मूले पर कर रहा है।
12वीं के छात्रों की एक दुविधा बता दें कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने 14 लाख से अधिक 12वीं के छात्रों की एक दुविधा सोमवार को दूर कर दी। जिन छात्रों को मूल्यांकन नीति से कम अंक आने का अंदेशा था या जिन्हें लग रहा था कि वह 11वीं में अच्छा स्कोर नहीं कर पाए इसीलिए 30 अंक के नियम में 11वीं में उन्हें अच्छे औसत अंक नहीं मिल पाएंगे, उन्हें बोर्ड ने कोरोना परिस्थिति सुधरने के बाद अंक सुधारने के लिए परीक्षा में बैठने का एक अवसर देने को कहा था।
वैकल्पिक परीक्षा की तिथियां घोषित अब इसकी तिथियां बोर्ड ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किए ताजा एफिडेविट में बता दी है। सुप्रीम कोर्ट के सामने पेश किए एफिडेविट में कहा कि जो छात्र बोर्ड द्वारा घोषित की गई 30:30:40 के फार्मूले वाली मूल्यांकन नीति से संतुष्ट नहीं होंगे उनके लिए बोर्ड वैकल्पिक परीक्षा का आयोजन करेगा। इस वैकल्पिक परीक्षा के लिए बोर्ड द्वारा 15 अगस्त से 15 सितंबर के बीच आवेदन मांगे जाएंगे, क्योंकि यह 12वीं के रिजल्ट के जारी होने के बाद ही हो सकता है, जो कि 31 जुलाई तक जारी होना है।
यहां पढ़े अन्य बड़ी खबरें...
समाधान के लिए संस्थागत सहयोग जरूरी है: प्रधान न्यायाधीश चंद्रचूड़
‘राहगीरी' के लिए कनॉट प्लेस की सड़क बंद करने से व्यापारियों में रोष,...
राहुल गांधी ने पूछा - जातिगत जनगणना से डरते क्यों हैं प्रधानमंत्री...
नर्मदा नदी में बाढ़ से प्रभावित किसानों के लिए गुजरात सरकार का राहत...
देश में एक चुनाव कराने के विषय पर हाई लेवल कमेटी की पहली बैठक
दानिश अली के अशोभनीय आचरण की भी जांच की जाए : भाजपा सांसद निशिकांत...
हिमंत की पत्नी ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के खिलाफ किया मानहानि का...
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ED के समन को झारखंड हाई कोर्ट में दी...
PM मोदी ने वाराणसी में किया अंतररष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का शिलान्यास
पुलिस की लचर जांच से निराश सुप्रीम कोर्ट ने की जांच संहिता की हिमायत