Friday, Mar 24, 2023
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केंद्र सरकार के खाद्य विभाग ने की दिल्ली के राशन में 50 हजार क्विंटल की कटौती

  • Updated on 1/27/2022

नई दिल्ली। अनामिका सिंह। केंद्र सरकार के खाद्य विभाग की ओर से दिल्ली को दिए जाने वाले कोटे में से 50 हजार क्विंटल राशन की कटौती कर दी गई है। इसकी मुख्य वजह केंद्र सरकार द्वारा दिल्ली सरकार को दिए जाने वाले राशन के आवंटन के रूप में किए जाने वाला परिवर्तन है। दरअसल केंद्र व दिल्ली सरकार का खाद्य एवं आपूर्ति विभाग अंत्योदय व पीएचएच श्रेणी के लाभार्थियों की कुल संख्या में उलझकर रह गया है। जिसके चलते किसी राशन की दुकानों में केवल गेंहू तो कही चावल आया है। इसकी वजह से दिल्ली सरकार का खाद्य एवं आपूर्ति विभाग राशन वितरण की अनुमति नहीं दे पा रहा है और 27 जनवरी बीतने के बावजूद जनवरी माह के राशन वितरण राजधानी में शुरू नहीं हो पाया है।
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पीएचएच व अंत्योदय श्रेणी में उलझा राशन
सूत्रों के अनुसार दिल्ली में करीब 2 लाख 81 हजार 158 लाभार्थियों को अंत्योदय व पीएचएच केटेगरी में 69 लाख 96 हजार 837 लाभार्थी हैं। लेकिन भारत सरकार के खाद्य विभाग के अनुसार अंत्योदय कार्डधारियों की संख्या 7 लाख 84 हजार व पीएचएच श्रेणी में 64 लाख 93 हजार 995 लाभार्थियों को रखा गया है। जबकि दिल्ली में पीएच श्रेणी के लाभार्थी ज्यादा हैं और अंत्योदय केटेगरी के कम। ऐसे में दिल्ली को आवंटित किया गया अंत्योदय लाभार्थियों का राशन उठान में नहीं आ पा रहा है और दिल्ली में राशन में कमी आ गई है। जिससे करीब 5 लाख लाभार्थी अपने राशन से वंचित रह जाएंगे। इस परेशानी के चलते दिल्ली सरकार के खाद्य विभाग की ओर से केंद्र के खाद्य एवं पब्लिक डिस्ट्रिब्यूशन में डिप्टी सेक्रेटरी को पत्र लिखकर कहा गया है कि दिल्ली में 2011.37 मिट्रिक टन गेंहू व 502.842 मिट्रिक टन चावल की पीएचएच केटेगरी में कमी हो गई है। इस पत्र में उन्होंने दिल्ली में कार्डों की वास्तवित स्थिति को भी बताया है। बता दें कि 18 अक्तूबर 2021 को भारत सरकार के अंडर सेक्रेटरी सुबोध कुमार ने दिल्ली सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग व एफसीआई के चैयरमेन को आदेश जारी कर एलोकेशन को रिवाइज्ड करने के लिए कहा था। उन्होंने अपने पत्र में पीडीएमस पोर्टल पर उपलब्ध लाभार्थियों के आंकडों के अनुसार आवंटन को संशोधित करने का निर्णय लेने की बात कही है। जोकि अक्तूबर व नवंबर माह को आवंटित किए गए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के राशन वितरण के उपलब्ध आंकडों के आधार पर किया गया है। जिसके बाद राशन वितरण का मामला उलझकर रह गया है।
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सिर्फ मायापुरी गोदाम से रोका गया है राशन
बता दें कि करीब 50 हजार क्विंटल गेंहू व चावल की कुल राशन में से कटौती कर दी गई। इसमें सबसे बडी चूक सिर्फ एक गोदाम की सप्लाई को बाधित करने से हुई है। मायापुरी गोदाम से जिन राशन की दुकानों पर राशन सप्लाई की जाती है वहां किसी दुकान पर सिर्फ चावल तो किसी पर सिर्फ गेंहू उपलब्ध है ऐसे में यह भारी कटौती राशनकार्डधारियों के लिए महंगी साबित हो जाएगी। वहीं इस परेशानी के चलते दिल्ली सरकार का खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने अभी तक जनवरी में राशन वितरण को अभी तक मंजूरी नहीं दी है। इससे लाभार्थी को कम मात्रा में खाद्यान्न मिलेगा और कोटाधारकों व राशनकार्डधारियों में टकराव की स्थिति पैदा होगी। 
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ई-पोस मशीन में स्टाॅक को सही किया जाए: डीएसआरडीएस
दिल्ली सरकारी राशन डीलर्स संघ (डीएसआरडीएस) के अध्यक्ष शिवकुमार गर्ग ने कहा है कि ई-पोस मशीनों में जो राशन दिख रहा है भौतिक रूप से उतना राशन दुकानों पर उपलब्ध नहीं है क्योंकि मायापुरी गोदाम से सप्लाई को रोक दिया गया है। हमने विभाग को सारी परेशानियां बताते हुए ईमेल भी किया है। उपलब्ध राशन की मात्रा का ई-पोस में समायोजन होना आवश्यक है। 
 

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