Friday, Jun 09, 2023
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China hiding research paper on origin of Novel Coronavirus KMBSNT

कैसे जन्मा कोरोना? रिसर्च पेपर छापने पर चीन ने लगाया प्रतिबंध, जानें क्यों

  • Updated on 4/14/2020

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कोरोना वायरस (Coronavirus) के प्रकोप से पूरी दुनिया त्रस्त है। इस वायरस से अब तक 19 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं, वहीं 1 लाख से ज्यादा लोगों की मौत इस वायरस की चपेट में आने से हो चुकी है। वहीं इस बीच चीन (China) ने इस वायरस के जन्म यानी ओरिजन को लेकर किए गए शोध के पेपर छापने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस वायरस के जन्म को लेकर चीन और अमेरिका में पहले से ही जुबानी जंग छिड़ी हुई है। अमेरिका ने जहां इस वायरस को चीनी वायरस का नाम दिया है वहीं चीन का आरोप है कि ये वायरस अमेरिकी सेना की देन है। 

वायरस की उत्पत्ति पर इस विवाद के बीच चीन ने इसके शोध पर प्रतिबंध लगा दिया है। दो यूनिवर्सिटी जिन्होंने इस वायरस के ओरिजन पर रिसर्च पेपर छापे थे उनको ऑनलाइन डिलीट कर दिया गया है। रिसर्च पेपर डिलीट करने को लेकर चीन का तर्क है कि इसके ओरिजन को लेकर अभी और शोध करने की जरूरत है। शोध प्रकाशित करने से पहले चीन के सरकारी अधिकारियों की अनुमति लेने की आवश्यकता है। यही कराण है कि जो शोध प्रकाशित हुआ है उसे डिलीट कर दिया गया है। 

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चीन की बहुत बड़ी साजिश!
विशेषज्ञों का मानना है कि चीन के इस कदम के पीछे बहुत बड़ी साजिश है। चीन विश्व भर में फैली इस धारणा को खत्म करना चाहता है कि इस वायरस का जन्म उसके देश में हुआ है। चीन इस बात को स्थापित करना चाहता है कि कोरोना वायरस का जन्म चीन में नहीं हुआ। चीन के कुछ अधिकारियों ने तो ये तक कहा दिया था कि कोरोना वायरस अमेरिकी सेना की देन है। जिसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भड़क गए थे। 

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फरवरी तक नहीं लगा था प्रतिबंध
जनवरी माह के अंत से ही चीन के रिसर्चर अंतरराष्ट्रीय मेडिकल जर्नल्स में कोरोना वायरस को लेकर अपने शोध प्रकाशित कर रहे थे। चीन के एक मेडिकल एक्सपर्ट का कहना है कि फरवरी तक सरकार की ओर से शोधपत्र छापने पर कोई प्रतबंध लगा नहीं था। चीन के वैज्ञानिकों का मानना है कि सरकार के इस कदम से वायरस पर हो रहे शोध प्रभावित होंगे। चीन के शिक्षा मंत्रालय ने वायरस के ओरिजन से जुड़े रिसर्च पेपर के छपने से पहले उसकी कड़ाई से जांच करने का निर्देश दिया है। इस प्रकार के किसी भी शोध को प्रकाशित करने से पहले कई स्तर पर मंजूरी लेनी होगी। 

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