नई दिल्ली। नवोदय टाइम्स। नए- नए माध्यमों के दौर में भी सिनेमा आज भी जन-जुड़ाव का सबसे सशक्त माध्यम बना हुआ है। आने वाले समय में भी सिनेमा का यह जादुई प्रभाव कम नहीं होने वाला है। यह बात वीरवार को हिंदी सिनेमा के जाने- माने निर्माता-निर्देशक मधुर भंडारकर ने कहीं। भंडारकार गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी (आईपीयू) के 22 वें सालाना सांस्कृतिक समारोह अनुगूंज 23 के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता आईपीयू के कुलपति पद्मश्री प्रो. डॉ. महेश वर्मा ने की। एनडीएमसी कंवेशन सेंटर में लगेगा सुविधा शिविर
सिनेमा के जरिए लाया जा सकता है सकारात्मक बदलाव : भंडारकर भंडारकर ने कहा कि समाज के बहुत सारे ऐसे मुद्दे हैं जिन्हें सिनेमा के ज़रिए दिखाया जा सकता है और समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। यह काम सिनेमा ही कर सकता है दूसरा कोई और माध्यम नहीं। वहीं कुलपति ने कहा कि दो साल कोरोना की वजह से आए विराम के बाद यूनिवर्सिटी का यह इवेंट बड़े अनुगूंज के साथ लौटा है जिसकी गूंज दूर-दूर तक सुनाई दे रही है। आईपीयू के छात्रों में इसे लेकर बड़ा क्रेज है और वे भारी संख्या में इसे देखने के लिए आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा, संस्कृति और संगीत का मेल सर्वांगीण विकास के लिए ज़रूरी है। इस अवसर पर इस इवेंट पर केंद्रित न्यूज़ लेटर ‘वाइब्ज़’ का लोकार्पण भी किया गया। इस इवेंट के लिए बेस्ट पोस्टर बनाने के लिए यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ इन्फ़र्मेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नॉलोजी के छात्र भवेश कुमार सिंह को पुरस्कृत भी किया गया।
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