Monday, Jun 05, 2023
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clash between police and migrant labours in surat prsgnt

घर जाने की आस में निकले मजदूरों को पुलिस ने पीट कर भगाया, मजदूर बोले- अब कभी नहीं वापस आयेंगे...

  • Updated on 5/5/2020

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कोरोना खतरे को देखते हुए देश में एक बार फिर लॉकडाउन आगे बढ़ा दिया गया लेकिन इस लॉकडाउन में फंसे मजदूरों को उनके घर पहुंचाने में सरकार असफल रही है। सरकार ने स्पेशल ट्रेनें चलाई लेकिन पूरी प्रकिया काफी जटिल रखी गई जिससे प्रवासी मजदूर देश भर के कई राज्यों में लगातार जूझ रहे हैं।

इन सब से परेशान मजदूर सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए उतर आया। कई राज्यों में पुलिस और मजदूरों के बीच झड़पों की खबरें सामने आईं। ऐसा ही कुछ बीते दिनों सूरत में हुआ जब घर पहुंचने की मांग करते मजदूर सड़कों पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन करने लगे।

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सूरत का मामला
सूरत के वरेली बाजार में बड़ी संख्या में मजदूर जमा हो गये। उन्हें हटाने के लिए पहले तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया लेकिन जब मजदूरों ने दम का प्रयोग किया करते हुए पुलिस पर पत्थर बरसाए तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़ें। इसके बाद वाहनों में तोड़ फोड़ भी की गई। इस मजदूरों के समूह में महिलाएं भी शामिल थीं।

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200 से ज्यादा गिरफ्तार
बताया जा रहा है कि ये मजदूर गुजरात सीमा ने वापस लौटाए जाने से नाराज़ थे, ये सभी अपने घरों तक जाने के लिए बीते शुक्रवार निकले थे। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। जिसमें देखा जा सकता है कि पुलिस आंसू गैस के गोले मजदूरों पर छोड़ रही है और उधर से मजदूर पुलिस पर पत्थर फेंक रहे हैं।

इस घटना के बाद, हिंसा फैलाने के आरोप में 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। इस बारे में आईजी ने बताया कि 3 हजार से ज्यादा मजदूर हिंसा में शामिल थे।

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हम वापस नहीं आएंगे...
इस बारे में पीड़ित एक मजदूर ने कहा कि अब हम वापस गुजरात नहीं आएंगे। हम घर जाना चाहते थे लेकिन हमको कुत्तों की तरह भगाया गया। हमने अपने घरों को जाने के लिए अपनी जमा पूंजी खर्च दी लेकिन फिर भी हमें मारा गया, भगाया गया, हम पर गोले दागे गये। हमारा अपराध यही है कि हम अपने घर जाना चाहते हैं।

वहीँ, बिहार के एक मजदूर ने बताया कि पुलिस हमारे साथ आतंकवादियों की तरह पेश आई, हमारे साथ इस तरह का सलूक हुआ है कि अब हम नहीं लौटेंगे वापस।

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मजदूरों को जबरन रोका गया
बताया जा रहा है कि लगभग 60 मजदूरों को ले जा रही बस को दाहोद चेकपोस्ट पर ही रोक दिया गया। इसी तरह मजदूरों को आने जाने पर रोका जा रहा है, उन्हें मार कर भगाया जा रहा है। परेशान हो कर मजदूर लड़ रहा है, झड़ रहा है। लगभग हर राज्य से यूपी, बिहार, झारखंड आदि राज्यों में रहने वाले मजदूरों की पुलिस से घर जाने को लेकर झगड़ा होता रहा है।

यहां पढ़ें कोरोना से जुड़ी महत्वपूर्ण खबरें...

 

 

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