नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को दावा किया कि एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने अडाणी समूह से जुड़े हालिया घटनाक्रम को “चाय के प्याले में तूफान” के रूप में वर्णित किया है और कहा है कि प्याला किसी और का नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है।
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पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ट्विटर पर लिखा, “एक जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारी ने अडाणी मामले को चाय के प्याले में तूफान के रूप में खारिज कर दिया है। खैर, वह इसे तूफान के रूप में स्वीकार करते हैं। चाय के प्याले की बात है, तो यह कोई और नहीं बल्कि खुद प्रधानमंत्री का ही प्याला है। कोई साधारण चाय का प्याला नहीं!”
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उनकी यह टिप्पणी विपक्ष द्वारा अडाणी मुद्दे को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार पर अपना हमला तेज करने और इस व्यापारिक समूह के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के लिए उसकी आलोचना करने के बाद आई है।
'चाय के प्याले का तूफान' है अडाणी मामलाः वित्त सचिव वित्त सचिव टी वी सोमनाथन ने शुक्रवार को कहा कि अडाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट से शेयर बाजार में मची आपाधापी वृहद-आर्थिक नजरिये से 'चाय के प्याले में उठा तूफान' भर है। 'चाय के प्याले में उठा तूफान' एक मुहावरा है, जिसका मतलब है कि ऐेसे मामले को लेकर गुस्सा और चिंता दिखाना, जो महत्वपूर्ण नहीं है। वित्त मंत्रालय के सबसे वरिष्ठ अधिकारी सोमनाथन ने पीटीआई-भाषा को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि भारत की सार्वजनिक वित्तीय प्रणाली काफी मजबूत है और शेयर बाजार की उठापटक सरकार की चिंता का विषय नहीं है। उन्होंने कहा कि इस बारे में जरूरी कदम उठाने के लिए स्वतंत्र नियामक मौजूद हैं।
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अडाणी समूह की कंपनियों पर लगे धोखाधड़ी के आरोपों का बैंकों एवं बीमा कंपनियों पर संभावित असर के बारे में पूछे जाने पर वित्त सचिव ने कहा, "जमाकर्ताओं या पॉलिसीधारकों या इन कंपनियों के किसी भी शेयरधारक के लिए वित्तीय स्थिरता को लेकर चिंता की कोई बात नहीं है। किसी भी एक कंपनी का शेयर ऐसा नहीं है कि वह वृहद-आर्थिक स्तर पर कोई असर डाल सक। लिहाजा उस नजरिये से चिंता की कोई बात नहीं है।"
अडाणी समूह से जुड़े मामले पर चर्चा और जांच पर विपक्षी दलों ने दिया जोर
अडाणी समूह की कंपनियों का मूल्यांकन पिछले दस दिनों में 100 अरब डॉलर तक गिर चुका है। समूह की अग्रणी कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर दिसंबर के अपने उच्च भाव से अब तक 70 प्रतिशत तक लुढ़क चुके हैं। सोमनाथन ने अडाणी समूह के शेयरों में भारी गिरावट का विनिवेश संग्रह के संशोधित अनुमानों पर कोई असर पड़ने की आशंका से भी इनकार किया। उन्होंने कहा, "यह एक किनारे पर चलने वाला मामला है।
अडाणी प्रकरण में छह फरवरी को प्रदर्शन करेगी कांग्रेस कांग्रेस अडाणी समूह से जुड़े मामले को लेकर सोमवार, छह फरवरी को राज्य के जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करेगी। पार्टी प्रवक्ता ने यहां बताया कि ‘‘यह प्रदर्शन अडाणी समूह में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) जैसी सरकारी संस्थानों द्वारा किये गये बेहद जोखिम भरे निवेश तथा एलआईसी के 29 करोड़ पॉलिसी धारकों व एसबीआई के 45 करोड़ खाता धारकों पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाव के खिलाफ'' किया जा रहा है।
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अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार सभी जिला कांग्रेस कमेटी की अगुवाई में सोमवार को जिले में स्थित एलआईसी और एसबीआई कार्यालयों पर मार्च एवं विरोध प्रदर्शन करेंगी। प्रवक्ता के अनुसार कांग्रेस की मांग की है कि इस मामले की उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश या एक संयुक्त संसदीय समिति द्वारा हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट के आधार पर निष्पक्ष जांच की जाए तथा एलआईसी, एसबीआई और अन्य राष्ट्रीयकृत बैंकों के निवेश पर संसद में चर्चा कर निवेशकों की सुरक्षा के लिये उचित कदम उठाये जायें।
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