नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के पार्टी के असम की सत्ता में आने के बाद संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) लागू नहीं करने संबंधी बयान के बीच राज्य प्रदेश इकाई ने कार्यकर्ताओं से इस अधिनियम के खिलाफ संदेशों के साथ ‘गमछा’ (असमिया स्कार्फ) एकत्र करने का बुधवार को आह्वान किया। असम में हाथ से बने सफेद और लाल धारी वाला सूती ‘गमछा’ पारंपरिक रूप से राज्य में सम्मान के रूप में दिया जाता है।
पश्चिम बंगाल में भी सभाएं करेंगे किसान नेता, बढ़ सकती है भाजपा की मुश्किलें
बिहपुरिया में एक बैठक में पार्टी की घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने कहा, ‘‘मैं सभी असमियों से अनुरोध करता हूं कि आप राज्य में सीएए क्यों नहीं चाहते हैं, के एक संदेश के साथ गमछा साझा करें। आप गमछा पर हस्ताक्षर कर सकते हैं और कूरियर के माध्यम से हमें भेज सकते हैं या किसी भी पार्टी कार्यकर्ता को सौंप सकते हैं।’’ कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष रिपुन बोरा ने कहा, ‘‘हम उम्मीद करते हैं कि पार्टी को राज्य भर से कम से कम 50 लाख गमछा मिलेंगे और उन सभी को नये स्मारक में प्रर्दिशत किया जाएगा।’’
कन्हैया बोले- दिशा रवि ने गलती कर दी, दंगाइयों का समर्थन करती तो शायद...
असम की 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए इस वर्ष मार्च-अप्रैल में चुनाव होने की संभावना है। भाजपा और आरएसएस पर असम को विभाजित करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को कहा था कि उनकी पार्टी असम समझौते के हर सिद्धांत की रक्षा करेगी और अगर राज्य में सत्ता में आती है तो कभी भी संशोधित नागरिकता कानून लागू नहीं करेगी।
OTT प्लेटफॉर्म को रेग्युलेट करने को लेकर मोदी सरकार ने कोर्ट में साफ किया अपना रूख
असम में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अपनी पहली जनसभा में मंच पर गांधी और पार्टी के अन्य नेता ‘गमछा’ लिए हुए थे, जिस पर सांकेतिक रूप से ‘सीएए’ शब्द को काटते हुए दिखाया गया, जो विवादास्पद कानून के खिलाफ एक संदेश था। असम के मंत्री हिमंत विश्व सरमा ने कहा कि सीएए, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और बेरोजगारी राज्य में अब चुनावी मुद्दे नहीं है।
किसानों के रेल रोको अभियान के मद्देनजर रेलवे ने तैनात की RPSF की अतिरिक्त कंपनियां
बोरा ने कहा कि सीएए को खत्म कर दिया जायेगा और ‘‘असमिया गौरव’’ को बचाने के लिए दिये गये बलिदान को अमर किया जायेगा। विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता देवव्रत सैकिया ने कहा, ‘‘असम के लोगों पर भाजपा के अत्याचार के काले दिन समाप्त होने वाले हैं और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सीएए असम में लागू नहीं हो।’’
यहां पढ़ें अन्य बड़ी खबरें...
तिरंगे पर खड़े होकर अदा कर रहा था नमाज, सीआईएसएफ ने पकड़ किया पुलिस...
मध्य प्रदेश: जैन बुजुर्ग को मुस्लिम समझ पीट-पीट कर मार डाला, आरोप BJP...
अब दिल्ली में आग बुझाने के लिए आएंगे रोबोट, केजरीवाल सरकार की अनोखी...
अधीर रंजन चौधरी के ट्वीट पर बवाल! राजीव गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए...
शिवलिंग पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले प्रोफेसर की गिरफ्तारी पर DU...
पूर्व पीएम राजीव गांधी को राहुल गांधी ने दी श्रद्धांजलि, कहा- वो एक...
Char Dham Yatra 2022: यमुनोत्री हाइवे की सेफ्टी वॉल धंसीं, 10 हजार...
कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में भाजपा पर जमकर बरसे राहुल गांधी, कहा- BJP ने...
दिल्ली: शिवलिंग पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले हिंदू कॉलेज के...
CNG Price Hike: महंगाई की मार! दिल्ली एनसीआर में फिर बढ़े सीएनजी के...