नई दिल्ली/टीम डिजीटल। जनपद गाजियाबाद में कोरोना संक्रमण एक बार फिर से डराने लगा है। बुधवार को 2 साल की बच्ची समेत 15 मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मचा है। संक्रमितों के उपचार के लिए सरकारी स्तर पर संयुक्त जिला अस्पताल में कोविड वार्ड तैयार करा लिया गया है। जहां फिलहाल तीन मरीजों का उपचार चल रहा है। इसके अलावा सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं निजी अस्पतालों को भी बेड रिजर्व करने के निर्देश दिए गए है। हालांकि विभागीय अधिकारियों का कहना है कि बुजुर्ग और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले मरीजों को अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है।
जनवरी, फरवरी के बाद मार्च माह भी शुरूआत से कोरोना मरीजों का आना जारी है। जनवरी व फरवरी में दो से तीन मरीजों की पुष्टि हुई थी। वहीं, 21 मार्च तक स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 6 मरीज सामने आए। अब विभाग की ओर से बुधवार को एक साथ 15 संक्रमित मरीजों की पुष्टि होना बताया है। 70 दिन बाद जिले में कोविड के एक साथ नए 15 मरीजों की पुष्टि हुई है। इनमें 9 महिला व 6 पुरूष शामिल है। संक्रमितों के संपर्की की जांच करने के दौरान 2 साल की बच्ची भी पॉजिटिव पाई गई। बच्ची को खांसी जुकाम की शिकायत थी।
अधिकांश मामले शहरी क्षेत्र की कॉलोनियों के हैं और केवल तीन मामले ट्रांस हिंडन क्षेत्र के हैं। जबकि चार मरीजों को अस्पताल में भर्ती करवाने की जरूरत पड़ी है। इनमें के 42 वर्षीय महिला जो एनिमिया की पेशेंट है, एक 70 वर्षीय बुजुर्ग महिला जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है और हालत गंभीर है। एक 60 वर्षीय जिसे कोरोना के अलावा पहले से अन्य बीमारी है। इसके अलावा एक 62 वर्षीय महिला सर्जरी के लिए निजी अस्पताल में भर्ती हुई थी,
जिसका कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया। नए मिले संक्रमितों के बाद जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 21 पहुंच गई है। मार्च माह में अब तक 26 पेशेंट मिल चुके हैं, इसमें 5 स्वस्थ भी हो चुके हैं। सीएमओ डॉ. भवतोष शंखधर ने कहा कि संयुक्त जिला अस्पताल के कोविड आईसीयू गायनी वार्ड में 30 बेड का कोविड वार्ड तैयार कर लिया गया है। इसके अलावा संतोष और यशोदा अस्पताल को भी कोविड बेड रिजर्व करने के निर्देश दिए गए हैं।
खांसी, जुकाम वाले अधिक मरीज स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी कोविड रिपोर्ट के अनुसार जिले में 26 मरीज सक्रिय है। इसमें से अधिकांश मरीजों में खांसी, जुकाम, गले में दर्द, बदन दर्द की शिकायत है। वहीं जो मरीज भर्ती है वह भी बुजुर्ग व पहले से अन्य किसी बीमारी से भी ग्रस्त है। जबकि मार्च में मिले मरीजों में तीन की ट्रेवल हिस्ट्री मिली थी। ऐसे में चिकित्सक सतर्कता बरतने की अपील की रहे है। सैनेटाइजर व मास्क का प्रयोग करें। वहीं, मंगलवार को एमएमजी अस्पताल इमरजेंसी में मिले तीन मरीजों शिफ्ट करने के बाद वार्ड को पूरी तरह से सेनेटाइज किया गया था।
कम हो रही कोविड जांच जिले में कोविड जांच कम हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार लोग कोविड जांच कराने से परहेज कर रहे है। जबकि लक्षण दिखने पर कोविड जांच कराना जरूरी है। मंगलवार को महज 276 जांच ही की गईं और 3500 एंटीजन जांच की जगह 447 जांच की गईं। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि जिले में 45 केंद्रों पर जांच की जा रही है। ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों में लक्षण दिखने पर जांच कराने के निर्देश दिए गए है।
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