Monday, Mar 20, 2023
-->
corona vaccination get vaccinated fearlessly serious impact will be compensated prshnt

Corona Vaccination: निडर होकर लगवाएं वैक्सीन, गंभीर प्रभाव पर मिलेगा मुआवजा

  • Updated on 1/16/2021

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ जंग में आज से देश भर में वैक्सीनेशन (Vaccination) की शुरूआत हो गई है, वैक्सीनेशन के पहले चरण में सिर्फ हेल्थवर्कर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी, जिसमें वैक्सीनेशन फ्री है। फिलहाल वैक्सीन 18 साल से अधिक के उम्र के लोगों को ही लगाई जाएगी। इसके लिए कोविन (Co-WIN) सॉफ्टवेयर से मोबाइल पर मेसेज भेजा जाएगा जिसके लिए रजिस्ट्रेशन की जरूरत नहीं है। इलेक्शन कमीशन और अन्य डेटा से सरकार खुद लाभार्थियों को चयनित करेगी। पहले दो चरण स्वास्थ्यकर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर के हैं। 

सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला ने भी लगवाई वैक्सीन, PM मोदी को दी बधाई

दिख सकते है मामूली लक्षण
वहीं तीसरे चरण में 50 साल से अधिक आयु और बीमारों को वैक्सीन लगेगी। देश में वैक्सीन की शुरूआत से पहले ही कई सवाल उठने शुरू हो गए थे। लेकिन दोनों वैक्सीन के कोई भी गंभीर साइड इफेक्ट्स सामने नहीं आए हैं। इनसे हल्का बुखार, सिरदर्द या बदन दर्द आदि हो सकता है, जो कि आम बात है। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का कहना है कि ऐसे मामूली लक्षण किसी भी वैक्सीन को लगाने पर हो सकते हैं, इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है। वहीं सरकार के प्रोटोकॉल के हिसाब से वैक्सीन के प्रतिकूल प्रभाव हो तो 1800 1200124 (24x7) नंबर पर फोन कर सकते हैं।

गणतंत्र दिवस समारोह में बाधा डाल सकते हैं आंदोलनकारी किसान, दिल्ली बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम

साइड इफेक्ट्स होने पर सरकार की तरफ से अस्पताल में होगा इलाज
जबकि कंपनी की ओर से जारी फैक्टशीट में दावा किया गया है कि 10 फीसदी लोगों में ऐसी परेशानी आ सकती है जो सामान्य है। वैक्सीन लगाने के बाद आधा घंटा तक सेंटर पर ही रहना अनिवार्य है ताकि निगरानी हो सके। किसी तरह के साइड इफेक्ट्स से निपटने के लिए अलग से सेंटर बनाए गए हैं। वैक्सीन का गंभीर साइड इफेक्ट्स होने पर सरकार की तरफ से चिह्नित और ऑथोराइज्ड सेंटर्स और अस्पताल में इलाज करवाया जाएगा।

वहीं कोवैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक ने कहा है कि वैक्सीन लगने पर अगर किसी भी तरह का गंभीर प्रभाव सामने आनता है तो उन्हें मुआवजे का भुगतान किया जाएगा। लेकिन इसमें यह बात साबित होनी चाहिए कि गंभीर प्रभाव वैक्सीन लेने के कारण ही हुआ है। वैक्सीनेशन सेंटर पर उपलब्ध सहमति पत्र में मुआवजा का बात का प्रमुखता से उल्लेख किया गया है। 

कोरोना वैक्सीन लगने के बाद बरतनी होंगी ये सावधानियां नहीं तो हो जाएगा ये हाल

एम्स के सैनिटेशन डिपार्टमेंट के कर्मचारी को लगा पहला वैक्सीन
बता दें कि देश भर में कोरोना वायरस के खिलाफ आज से कोरोना टीकाकरणअभियान के तहत वैक्सीनेशन की शुरुआत दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल से हुई। यहां सैनिटेशन डिपार्टमेंट के एक कर्मचारी को पहला कोरोना का टीका लगाया गया। इसके बाद वह कोरोना का टीका लगाने वाले देश के पहले नागरिक बन गए हैं। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर वैक्सीन का स्वागत किया। इस दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया भी मौजूद रहे। इसके साथ ही मनीष कुमार देश में कोरोना का वैक्सीन लगवाने वाले पहले नागरिक बन गए हैं। उनके बाद एम्स के सीनियर डॉक्टर्स भी कोरोना का टीका लगवा रहे हैं। इसमें एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया भी शामिल थे। 

जानिए कौन हैं मनीष कुमार जो बने कोरोना वैक्सीन लगवाने वाले पहले भारतीय

सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पुनावाला ने भी ली वैक्सीन
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोकसभा सांसद महेश शर्मा ने महामारी के दौरान फ्रंटलाइन हेल्थकेयर कार्यकर्ता के रूप में अपनी भूमिका के लिए आज कोविड वैक्सीन का पहला टीका लगवाया है। इसी के साथ वे वैक्सीन लगवाने वाले पहले सांसद बन गए हैं। इनके अलावा सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पुनावाला ने भी वैक्सीन ली।

उन्होंने समस्त भारत और पीएम मोदी को दुनिया के सबसे बड़े कोरोना वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने की शुभकामनाएं दीं। अदार पूनावाल ने कहा, यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है कि कोविशील्ड इस ऐतिहासिक प्रयास का हिस्सा है और इसकी सुरक्षा प्रभावकारिता का समर्थन करने के लिए, मैंने स्वयं भी टीका लिया है।

यहां पढ़े कोरोना से जुड़ी बड़ी खबरें...

comments

.
.
.
.
.