Sunday, Jun 11, 2023
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Corona Vaccine: अगले सप्ताह तक एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को मंजूरी दे सकती हैं सरकार

  • Updated on 12/23/2020

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। दुनिया भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) का कहर जारी है उसी बीच कोरोना के दूसरे अटैक का खतरा आ गया है। वहीं कोरोना का वैक्सीन लोगों को लगाया जा रहा है। ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन (Coronavirus new strain) से सबके पास एक ही सवाल है कि कोरोना वैक्सीन क्या इस नए स्ट्रेन से लड़ने में संक्षम है। सिर्फ वैक्सीन पर टिकी हैं। दूसरी ओर सबको ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन (Oxford university vaccine) का इंतजार है। 

अमेरिका में कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल जारी है और दुनिया भर के कई देशों में कोविड-19 वैक्सीन (Covid-19 vaccine) का ट्रायल चल रहा है। इस बीच भारत के लिए बड़ी खबर है कि अगले हफ्ते तक ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है।

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मंजूरी सिर्फ इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए
फिलहाल रूस, ब्रिटेन और अमेरिका में कोरोना टीकाकरण शुरू हो चुका है। जानकारी के मुताबिक भारत में भी वैक्सीन अप्रूवल में तेजी आने वाली है। एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन को मोदी सरकार से अगले हफ्ते मंजूरी मिलने की संभावना है। लोकल मैन्युफैक्चरर से अतिरिक्त आंकड़े मिलने के बाद सरकार इसे मंजूरी दे सकती है वहीं, यह मंजूरी सिर्फ इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए होगी

बता दें कि भारत में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार अगले महीने से नागरिकों को टीका लगाना शुरू करना चाहती है। इसके लिए फाइजर इंक और बायोटेकएन की वैक्सीन को इस्तेमाल किया जा सकता है।

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भारत में फाइजर की वैक्सीन की पहली खेप 
जानकारी के मुताबिक भारत पहले ही  एस्ट्राजेनेका के पांच करोड़ से ज्यादा डोज का निर्माण कर चुका है। इनका इस्तेमाल टीकाकरण में किया जा सकता है। वहीं ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की मंजूरी से पहले फाइजर की वैक्सीन की पहली खेप भी भारत पहुंच जाएगी। 

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 28 दिसंबर को वैक्सीन का पहला कंसाइनमेंट आ रहा है। इसके लिए दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खास इंतजाम किए गए हैं। साथ ही दिल्ली के राजीव गांधी अस्पताल में भी वैक्सीन स्टोर करने के लिए डीप फ्रीजर रखे गए हैं।

वैक्सीन को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन पहले ही कह चुके हैं कि जनवरी से देश में टीकाकरण का काम शुरू हो जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि फाइजर और ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को टीकाकरण में इस्तेमाल किया जा सकता है।

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टीकाकरण के लिए जोर शोर से तैयार है दिल्ली सरकार
बता दें कि एयर पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का कहना है कि अगर किसी कारण वश वैक्सीन 28 दिसंबर को भारत नहीं भी पहुंचती है तो जनवरी के पहले सप्ताह में ये वैक्सीन भारत पहुंच जाएगी। दिल्ली सरकार कोरोना टीकाकरण के लिए जोर शोर से तैयारी कर रही है। यहां करीब 40-50 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। 

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कोरोना वैक्सीन को 2 डिग्री तापमान में सुरक्षित रखा जाएगा
पूर्वी दिल्ली में कोरोना वैक्सीन का सबसे बड़ा टीकाकरण केंद्र बनाया जा रहा है। वहीं वैक्सीन का भंडारण राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में किया जाएगा। जानकारों की मानें तो कोरोना वैक्सीन को 2 डिग्री तापमान में सुरक्षित रखा जाएगा। कोरोना वैक्सीन के वितरण को लेकर दिल्ली सरकार कोल्ड स्टोरेज चेन की सुविधा को दुरुस्त करने के काम में भी लगी हुई है। 

5 टीकाकरण शिविर लगाने की तैयारी
बताया जा रहा है कि पूर्वी दिल्ली में एक ही इलाके में 5 टीकाकरण शिविर लगाने की तैयारी की जा रही है। यहां पर दिल्ली के बड़े जीटीबी, स्वामी दयानंद , दिल्ली स्टेट कैंसर इंसटिट्यूट और राजीव गांधी अस्पताल आस-पास ही है। जिसके चलते यहां अधिक शिविर लगेंगे। इसके अलावा तीन से ज्यादा ज्यादा शिविर मौलान आजाद मेडिकल कॉलेज, जीबी पंत, लोकनायक अस्पताल और गुरुनानक नेत्र अस्पतालों के परिसर में लगाए जा सकते हैं। 

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