Sunday, Dec 10, 2023
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कोरोना से जंग को लेकर WHO ने चेताया- लंबे समय तक साथ रहेगा कोरोना, कोई गलती मत करना

  • Updated on 4/23/2020

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दुनियाभर में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। ताजा आंकड़ों पर नजर डाले तो पूरी दुनिया में कोरोना संक्रमण के अब तक 2,653,899 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वहीँ 185,061 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 727,857 ठीक हो चुके हैं।

बीते साल के दिसंबर से कोरोना वायरस की शुरुआत हुई थी। जब चीन में पहला केस सामने आया था। इसके बाद धीरे-धीरे इस वायरस ने पूरी दुनिया में अपने पैर पसार लिए। इस बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का भी कहना है कि ‘जितना सोचा गया था कोरोना उससे कहीं ज्यादा जटिल है, और ये अभी आगे और रहेगा’।

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डब्लूएचओ ने चेताया
इससे पहले भी डब्लूएचओ दुनिया को चेता चुका है कि आने वाले दिनों में कोरोना का भयानक रूप देखने को मिलेगा। लेकिन हाल ही में डब्लूएचओ की तरफ से एक और चेतावनी दी गई है। यह चेतावनी कोरोना के बदलते स्वरूप और उसके तरीकों को लेकर दी गई है।

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तो....साथ रहेगा वायरस
इस बारे में डब्लूएचओ  महानिदेशक ट्रेड्रोस ए गेब्रेयेसस कहा कि,  कुछ देशों में जहां कोरोना महामारी की शुरुआत हुई थी वहां एक बार फिर इसका भयानक रूप देखने को मिल सकता है। हमें बहुत आगे तक सोचना होगा और यह तय करना होगा कि कोई गलती न हो, यह वायरस लम्बे समय तक हमारे साथ रहने वाला है।

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वापस लौटेगा वायरस
दरअसल, पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामले उन देशों में वापस देखने को मिले हैं जहां से यह खत्म होने को था। ऐसे में वापस लौटे मामलों को गम्भीरता से लेना होगा। वहीँ इससे पहले डब्लूएचओ ने कहा था कि समय और बुरा आने वाला है। डब्लूएचओ के डायरेक्टर टेड्रोस ने कोरोना की तुलना 1918 के स्पेनिश फ्लू से की थी जिसमें 1 करोड़ से भी ज्यादा लोग मारे गये थे।

इस बारे में चीन, दक्षिण कोरिया और भारत में भी कुछ मामले सामने आए हैं जिनमें ठीक हुए कोरोना संक्रमित मरीजों में फिर से कोरोना का संक्रमण देखा गया है। इस बीच मुश्किल यह होती है कि ऐसे लोग आसानी से पकड़ में नही आते। दरअसल, उनके दोबारा पॉजिटिव होने का पता तभी चलता है जब उनका कोरोना टेस्ट किया जाता है, वो भी तब जब उन्हें सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। विशेषज्ञ इस चरण को कोरोना महामारी का अंतिम चरण कहते हैं।

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लॉकडाउन जरूरी
इतना ही नहीं डब्लूएचओ का मानना है कि जिस देशों से लॉकडाउन हटाया जा रहा है या उसमें ढील दे रहे हैं, वहां सावधानियां बरतने की ज्यादा जरूरत है। ऐसा न हो की इसके बुरे परिणाम देखने पड़े। डब्लूएचओ ने खास तौर पर कहा है कि लोगों को समझाना और बताना होगा की लॉकडाउन में ढील के बाद भी सामाजिक दूरी बनाए रखने और एहतियात के सभी कदम उठाने जरुरी होंगे।

यहां पढ़ें कोरोना से जुड़ी महत्वपूर्ण खबरें...

 

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