नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भारतीय स्टेट बैंक के 7वें बैंकिंग और इकोनॉमिक्स कॉन्क्लेव में कहा कि कोरोना वायरस के कारण पिछले 100 वर्षों में सबसे खराब स्वास्थ्य और आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
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#COVID19 is the worst health & economic crisis in last 100 years with unprecedented negative consequences for output, jobs & well being. It dented the existing world order, global value chains, labour&capital movements across globe: RBI Guv at 7th SBI Banking & Economics Conclave pic.twitter.com/NFDzJ0gkFT — ANI (@ANI) July 11, 2020
#COVID19 is the worst health & economic crisis in last 100 years with unprecedented negative consequences for output, jobs & well being. It dented the existing world order, global value chains, labour&capital movements across globe: RBI Guv at 7th SBI Banking & Economics Conclave pic.twitter.com/NFDzJ0gkFT
सबसे खराब स्वास्थ्य और आर्थिक संकट का कारण बना कोरोना उन्होंने कहा कि, कोरोना वायरस बीते 100 वर्षों में सबसे खराब स्वास्थ्य और आर्थिक संकट का कारण बन कर सामने आया है, जिसने उत्पादन और नौकरियों पर नकारात्मक प्रभाव डाला है। इसने दुनिया भर में मौजूदा व्यवस्था, श्रम और कैपिटल के मूवमेंट को कम कर दिया है।
इस तारीख तक करा लें PAN Card को Aadhaar Card के साथ लिंक, ये है पूरी प्रक्रिया इकोनॉमी में दिख रहे हैं सुधार के संकेत इसके साथ ही उन्होंने कहा, कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बाद भी इकोनॉमी में सुधार के संकेत दिख रहे हैं, जो की देश की अर्थव्यस्था के लिए अच्छा माना जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने माना की देश में आर्थिक लेनदेन सामान्य स्थिति पर पहुंच गया है। वहीं दूसरी तरफ उन्होंने बैंकों को अपने रिस्क मैनेजमेंट पर फोकस करने को कहा।
पीएनबी घोटाला : भगौड़े नीरव मोदी की करोड़ों की संपत्ति ईडी ने की जब्त सरप्लस लिक्विडिटी बनाए रखने पर दिया जा रहा जोर गवर्नर शक्तिकांत दास ने आगे कहा कि कोरोना महामारी का सामना करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने कहा आर्थिक संकट के इस दौर में देश की अर्थव्यवस्था को तेजी से बढ़ाने के भरपूर प्रयास किए जा रहे हैं। इसके साथ ही सरप्लस लिक्विडिटी बनाए रखने पर भी जोर दिया जा रहा है।
राहुल गांधी ने लगाया मोदी सरकार पर आर्थिक कुप्रबंधन का आरोप कमजोर सेक्टर्स की मदद हेतु लिए जाएंगे फैसले वहीं दूसरी ओर भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन रजनीश कुमार ने बीते शुक्रवार को एक बयान जारी करते हुए कहा, लोन अदा करने के लिए अब मोराटोरियम पर एक्रॉस द बोर्ड विस्तार की आवश्यकता नहीं होगी। इस दौरान उन्होंने आर्थिक रूप से कमजोर सेक्टर्स को सहायता करने हेतु उचित कदम उठाये जाने की बात कही है।
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