नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कोरोना वायरस से जंग लड़ रही इस दुनिया में कुछ ऐसे भी हैं जो हर हालत में मुनाफा कमा लेना चाहते हैं। ये लोग मौत को भी खरीद लेते हैं और फायदा होने पर उसे बेचने से भी पीछे नहीं हटते। ऐसे ही कुछ लोग इस महामारी के दौर में इंटरनेट पर देखने को मिल रहे हैं।
वैज्ञानिकों ने जब से यह दावा किया है कि कोरोना से ठीक हो चुके लोग अपने खून से दूसरे कोरोना मरीज को ठीक होने मदद कर सकते हैं, तो जैसे इस दावे से गोरखधंधा करने वालों को नई तरकीब मिल गई है।
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ऑनलाइन हो रही है खून की बिक्री यह हैरान करने वाला है कि कोरोना से ठीक हुए लोगों का खून इंटरनेट पर बेचा जा रहा है। इस बारे में ऑस्ट्रेलिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ क्रिमिनोलॉजी ने खुलासा किया है। ऑनलाइन इस खून की कीमत 1 लिटर की 10 लाख है। इंस्टिट्यूट के दावे के अनुसार, डार्क वेब पर ऐसे खून की अवैध बिक्री की जा रही है। इसे पैसे वाले लोग खरीद भी रहे हैं ताकि उनका कोरोना से इलाज हो सके और उनकी बॉडी इम्यून हो जाए।
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क्यों बेचा जा रहा है खून इसके पीछे कारण है हमारे बॉडी में इम्यून का कम होना जिसकी वजह से ही कोरोना वायरस आसानी से अटैक कर देता है और इससे बचाता है एंटीबॉडी। एंटीबॉडी हमारी बॉडी में ही बनता है। इसका प्रोसेस तब होता है जब कोई भी वायरस बॉडी पर हमला करता है। तब बॉडी इस वायरस से लड़ते हुए एंटीबॉडी बनाती है। यह एक प्रोटीन की तरह होता है। कोरोना इलाज के दौरान मरीज की बॉडी यही एंटीबॉडी बनाती है और ठीक होने के बाद भी यह बनता रहता है।
इस बारे में वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना से ठीक हुए मरीज दूसरे मरीज को ठीक करने के लिए अपने एंटीबॉडी को दान कर सकते हैं, यही प्रक्रिया प्लाज्मा है और यही वजह है जिसके कारण इंटरनेट पर खून बेचा जा रहा है।
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डर का उठा रहे हैं फायदा इस डील के जरिए, इंटरनेट पर कोरोना मरीजों के डर का सीधा-सीधा फायदा उठाया जा रहा है। इस बारे में ऑस्ट्रेलियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिमिनोलॉजी ने खोज की और बताया कि इस तरह के इलाज से मरीज ठीक हो जायेगा ये दावे के साथ नहीं कहा जा सकता।
इस खोज से यह भी सामने आया है कि खून बेचने वाले इसे पैसिव वैक्सीन बता कर बेच रहे हैं। जिसका मतलब प्लाज्मा ही है और प्लाज्मा के रिजल्ट अभी ट्रायल पर हैं यानी यहां भी यह कहना सही नहीं है कि बेचे जा रहे खून से कोरोना ठीक होगा या नहीं।
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डार्क वेब बना जरिया ज्ञात है कि डार्क वेब हर तरह का अवैध बाजार ऑनलाइन चलाती है। यहां बच्चों के सेक्स वर्कर से लेकर हर तरह के ड्रग्स आदि मिलते हैं। यहां बेचने और खरीदने वाले बड़े अमीर और पैसे वाले लोग होते हैं। कोरोना बीमारी का बहाना लेकर अब यहां खून बेचा जा रहा है। यहां खून 25 मिलीलीटर से लेकर 1 लीटर तक बेचा जा रहा है जिसकी कीमत लगभग 10 लाख है।
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