नई दिल्ली, 31 मार्च (सुनील पाण्डेय) : देश में आई महामारी (Pendemic) के बाद बिगड़े हालात के बीच भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने देशभर के लाखों वाहन चालकों को बड़ी राहत दी है। मंत्रालय ने ड्राइविंग लाइसेंस, परमिट और पंजीकरण जैसे दस्तावेजों की वैधता को विस्तार दिया है, जिनकी वैधता अवधि 1 फरवरी से समाप्त हो चुकी है। इस बावत मंत्रालय ने सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को एक सख्त एडवाइजरी (Advisory) जारी कर बता दिया है। इसमें मंत्रालय ने कहा है कि ऐसे दस्तावेजों को 30 जून तक वैध माना जाना चाहिए। देश में लॉकडाउन और सरकारी परिवहन कार्यालयों के बंद रहने के कारण लोगों को विभिन्न वाहन दस्तावेजों की वैधता के नवीनीकरण में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में देशभर के लाखों लोगों की सुविधा के लिए यह निर्णय लिया गया है। दिल्ली: सीएम केजरीवाल ने सभी धार्मिक गुरुओं से Lockdown को सफल बनाने की अपील की
ये वाहन हैं शामिल जानकारी के मुताबिक जिनको छूट दी गई है उन दस्तावेजों में सभी प्रकार के व्यावसायिक गाडिय़ों का फिटनेस, परमिट (सभी प्रकार के), ड्राइविंग लाइसेंस, पंजीकरण या मोटर वाहन नियम के तहत कई अन्य दस्तावेज शामिल हैं। इसके तहत सभी आटो रिक्शा, टैक्सियां, मिनी बस, स्कूल बस सहित हर प्रकार के व्यावसायिक वाहन शामिल हैं, जिनको रेगुलर पिफटनेस करवाना पड़ता है। मरकज मामले में बोले अमानतुल्लाह, मैंने 23 मार्च को ही पुलिस को सब बता दिया, क्यों नही हटाए गए लोग
सभी राज्यों को की एडवायजरी जारी इस बावत मंत्रालय ने सभी राज्यों से एडवाइजरी को अक्षरश: लागू करने का आदेश दिया है। ताकि आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों, परिवहन कंपनियों और संगठनों को परेशानी न हो और उन्हें कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। इस आदेश के बाद राजधानी दिल्ली एवं एनसीआर के लाखों व्यावसायिक वाहनों को सुविधा मिल जाएगी और आसानी से वह इमरजेंसी सेवाओं में अपना काम करते रहेंगे। बता दें कि वैधता अवधि बढ़ाने की डिमांड देशभर के ट्रांसपोर्टरों ने सरकार से की थी, जिसके बाद सरकार ने यह फैसला लिया है।
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सरकार के फैसले से आरटीओ आफिस में नहीं होगी मारामारी : विशेषज्ञ परिवहन विशेषज्ञ अनिल छिकारा ने सरकार के इस कदम की सराहना की है। साथ ही कहा कि लॉकडाउन अगर अप्रैल के महीने में ही खत्म होता है तो उसके तुरंत बाद भारी भीड़ आरटीओ कार्यालयों में होनी थी, लेकिन सरकार के इस फैसले से अब लोग आराम से जून तक करवा सकेंगे। फिटनेस से पहले गाड़ी की मरम्मत में भी समय और पैसा लगता है, जिसको मई और जून के महीने में ट्रांसपोर्टर अपनी सहूलियत से अनुसार करा पाएंगे।
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