Friday, Jun 09, 2023
-->
court asked delhi election commission - which evm is vvpat friendly in mcd elections rkdsnt

कोर्ट ने दिल्ली निर्वाचन आयोग से पूछा - MCD चुनाव में कौन सी EVM वीवीपीएटी के अनुकूल?

  • Updated on 4/7/2022


नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली उच्च न्यायालय ने बृहस्पतिवार को दिल्ली राज्य निर्वाचन आयोग से यह सूचित करने को कहा कि आगामी नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के लिए उसके द्वारा खरीदी गई कौन सी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) मतदान की पर्ची (वीवीपीएटी) के अनुकूल है।   

संयुक्त राष्ट्र महासभा ने रूस को शीर्ष मानवाधिकार संस्था से निलंबित किया 

 न्यायमूर्ति रेखा पल्ली ने राज्य निर्वाचन आयोग को इस संबंध में अपना जवाब दाखिल करने के लिए 10 दिनों का समय दिया और आगामी एमसीडी चुनाव वीवीपीएटी (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) के अनुकूल ईवीएम के साथ कराने के अनुरोध वाली आम आदमी पार्टी (आप) की याचिका को 29 अप्रैल को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया। 

CNG के दाम फिर बढ़े, अब तक कुल 13.1 रुपये का इजाफा

राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) की ओर से पेश अधिवक्ता सुमीत पुष्कर्ण ने कहा कि राज्य प्राधिकरण ईवीएम की आपूॢत के लिए भारत के निर्वाचन आयोग (ईसीआई) पर निर्भर है और उसने 29 हजार से अधिक नियंत्रण इकाइयों और 32 हजार से अधिक मत (बैलेट) इकाइयों की खरीद ऋण पर की है। नियंत्रण इकाई और बैलेट यूनिट ईवीएम के दो घटक हैं। एसईसी की ओर से दायर हलफनामे में कहा गया है, ‘‘ईसीआई द्वारा किए गए आवंटन के अनुरूप, प्रतिवादी (एसईसी) ने बिहार के 12 जिलों से 29,532 नियंत्रण इकाइयों (श्रृंखला संख्या: जे, एन, एस और जी) तथा 32,028 मत इकाइयों (श्रृंखला संख्या: जे, एन, एस, सी और एम) की खरीद की है। इन ईवीएम को आयोग तक पहुंचाने में लगभग एक महीने का समय लगा।’’ 

जयराम रामेश ने संसद से पीयूष गोयल की गैरमौजूदगी को लेकर खड़े किए सवाल

इसमें कहा गया है, ‘‘भारत का निर्वाचन आयोग प्रतिवादी को ऋण के आधार पर ईवीएम (मौजूदा मामले में वीवीपीएटी के बिना एम 2) उपलब्ध कराने में काफी दयालु रहा है, जैसा कि वह देश के अन्य राज्य निर्वाचन आयोगों के लिए करता है।’’ हलफनामे में, एसईसी ने कहा कि भले ही भारत में स्थानीय निकाय चुनावों के लिए वीवीपीएटी मशीनों रहित ईवीएम का उपयोग किया जाता है, लेकिन यदि ईसीआई से आवश्यक मशीनरी की उपलब्धता के अनुसार, आगामी नगर निगम चुनाव वीवीपीएट का उपयोग करके आयोजित किया जाना है, तो उसे ‘‘कोई आपत्ति नहीं’’ है।’’ 

ममता बनर्जी का सुझाव- मूल्य वृद्धि पर नियंत्रण के लिए बनाई जानी चाहिए नीति

राजनीतिक दल की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहरा ने कहा कि एसईसी द्वारा खरीदी गई इकाइयों के कुछ मॉडल वीवीपीएटी के अनुकूल नहीं हैं और यह खुलासा किया जाना चाहिए कि देश भर में कितनी मशीनें वीवीपीएटी के अनुकूल हैं। एसईसी के वकील ने कहा कि जब राजनीतिक दलों को पहले वीवीपीएट के बिना ईवीएम के उपयोग के बारे में सूचित किया गया था, तो उनके द्वारा कोई आपत्ति नहीं जताई गई थी।  

ये बिल MCD के एकीकरण का बिल नहीं, 'केजरीवाल फोबिया बिल" है : संजय सिंह

   इससे पहले, अदालत ने निर्वाचन आयोग से यह बताने के लिए कहा था कि क्या वीवीपीएटी प्रणाली का उपयोग केवल एम -3 ईवीएम के साथ किया जा सकता है और क्या उन्हें नगरनिगम चुनाव कराने के लिए दिल्ली एसईसी को उपलब्ध कराया जा सकता है ?

कांग्रेस का BJP पर हमला, कहा- मुल्क के लोग ‘महंगे मोदीवाद’ से त्रस्त

 

 

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।

comments

.
.
.
.
.