Tuesday, Oct 03, 2023
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हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला, 30 नवंबर तक सभी स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद

  • Updated on 11/20/2020

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली में बढ़ते कोरोना वायरस के मामलों के कारण आस-पास के राज्य भी एहतियात बरतने लगे हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए हरियाणा में छात्रों को अपने स्कूल खुलने का यही और इंतज़ार करना होगा। 

दिल्ली के बाद हरियाणा में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इस पर रोक लगाने के लिए खट्टर सरकार ने बड़ा फैसला किया है। हरियाणा सरकार ने कोरोना वायरस की स्थिति के मद्देनजर 30 नवंबर तक सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है। 

बताया जा रहा है कि हरियाणा में कोरोना वायरस का सबसे ज्यादा असर स्कूलों में देखने को मिला है। गुरुवार को हरियाणा (Haryana) के स्कूलों के 56 बच्चे और पॉजिटिव मिले हैं। इसके बाद कुल 333 स्कूली बच्चे और 38 शिक्षक कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं। 

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सूबे के सीएम मनोहर लाल (CM Manohar Lal) ने कहा था कि कोरोना स्कूलों में प्रवेश कर गया है तो इस पर गंभीरता से पुनर्विचार करना होगा कि स्कूल खुले रखें या बंद। उन्होंने बताया है कि उनकी तरफ से हजार लोगों पर एक डॉक्टर देने की व्यवस्था की जा रही है। 

जबकि सूबे में रोहतक पीजीआई में आईसीयू के सभी बेड भर गए हैं। जिसके बाद नए ओटी में 66 बेड का आईसीयू चलाने का निर्णय लिया है। बढ़ते मामलों को देखते हुए एम्स निदेशक के नेतृत्व में केंद्र सरकार की एक टीम हरियाणा जाएगी।

वहीं, कोविड-19 के संभावित टीके 'कोवैक्सीन' के तीसरे चरण के परीक्षण के तहत हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने स्वेच्छा से स्वदेशी कोवैक्सीन टीके को अंबाला के एक अस्पताल में लगवाया है। विज ने आज ट्वीट कर लिखा, 'पीजीआई रोहतक के डॉक्टरों और स्वास्थ्य विभाग के दल की निगरानी में मुझे सुबह 11 बजे अंबाला छावनी के सिविल अस्पताल में कोरोना वायरस के टीके ‘कोवैक्सीन’ का परीक्षण टीका लगाया जाएगा जो भारत बायोटेक का उत्पाद है।

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