नई दिल्ली/टीम डिजीटल। गाजियाबाद में कोरोना से बचाव का टीका सरकारी स्तर पर अगले कुछ दिनों बाद नहीं लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो टीकाकरण केंद्रों पर कम संख्या में लोग पहुंचने और शासन से डिमांड संबंधी निर्देश नहीं दिए जाने पर शेष बचा हुई वैक्सीन का कोटा ही खत्म कर रहा है। इसके बाद सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीनेशन नहीं होगा। फिलहाल जिन टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीननेशन हो रहा वहां केवल को-वैक्सीन की डोज ही लगाई जा रही है। विभाग के पास कोविशील्ड व कोर्बेवैक्स डोज नहीं है।
डोज उपलब्ध नहीं होने पर लोग भी एक केंद्र से दूसरे केंद्र के चक्कर काट रहे है। जिले में अभी भी लाखों लोगों को दूसरी और तीसरी डोज नहीं लग पाई है। ऐसे में निजी अस्पतालों की दौड़ लगानी पड़ रही है। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 16 जनवरी 2021 से टीकाकरण अभियान की शुरूआत की गई थी। शुरूआत में हेल्थ केयर वर्कर्स का टीका लगाया गया, इसके बाद अलग-अलग चरणों में फ्रंट लाइन वर्कर्स, बुजुर्गों, 18 साल तक और 12 साल तक की आयु वर्ग का भी वैक्सीनेशन किया। जनवरी 2022 के बाद फिर से कोरोना का प्रभाव बढऩे पर सरकार द्वारा बूस्टर डोज लगाने का निर्णय लिया गया। जिसके तहत 18 से 59 आयु वर्ग को भी 15 जुलाई से निशुल्क बूस्टर डोज लगाई गई।
निशुल्क बूस्टर डोज लगाने का कार्य 30 सितम्बर तक किया जाना था। लेकिन सभी को डोज नहीं लगने के चलते निर्धारित तिथि बाद भी दूसरी व बूस्टर डोज लगाई गई। अधिकांश लोगों को कोविशील्ड डोज लगाई गई है। जिले में अब तक करीब 8 लाख लोगों को बूस्टर डोज लगाई जा चुकी है। वहीं कोरोना संक्रमण कम होने पर वैक्सीनेशन बंद किया जा सकता है। ऐसे में विभाग शेष बची को-वैक्सीन डोज ही लगा रहा है। फिलहाल अब 8 से 10 सरकारी केंद्रों पर बची हुई को-वैक्सीन डोज ही लगाई जा रही है। कोविशील्ड व कोर्बेवैक्स बीते कई दिनों से केंद्रों पर उपलब्ध नहीं है। जबकि पूर्व में 70 से अधिक केंद्रों पर टीकाकरण होता था। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. नीरज अग्रवाल का कहना है कि टीकाकरण केंद्रों पर वैक्सीन लगवाने कम संख्या में लोग पहुंच रहे है।
शासन से भी सप्लाई नहीं मिल रही है, साथ ही डिमांड के लिए भी कोई सूचना नहीं मांगी जा रही है। फिलहाल विभाग के पास करीब 3 हजार डोज शेष बची है। इन्हें ही खत्म किया जा रहा है। आगे शासन से निर्देशानुसार कार्य किया जाएगा। जिले में सभी डोज मिलाकर अब तक 7646127 लोगों को डोज लग चुकी है। इसमें से 3438075 को पहली डोज, 3397881 लोगों को दोनों डोज लगी है। जबकि, 810171 लाख लोगों को बूस्टर डोज लग चुकी है, जबकि 2487074 को बूस्टर डोज लगाई जानी है। ऐसे में 15 लाख से अधिक को बूस्टर डोज नहीं लग सकी है।
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