Sunday, Sep 24, 2023
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Cyclone Amphan Live: तबाही मचा रहा है चक्रवात अम्फान तूफान, अब तक 4 लोगों की हुई मौत

  • Updated on 5/20/2020

नई दिल्ली/ टीम डिजिल। चक्रवाती अम्फान तूफान ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है. अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है। कई जगहों पर पेड़ और दीवारें गिर गई हैं। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में इलाकों में तबाही का मंजर बना हुआ है।

- बारिश और तूफान से कोलकाता के कई इलाकों में बिजली गुल

- कोलकाता में 7.20 बजे हवा की रफ्तार 133 किमी प्रति घंटे और 114 किमी प्रति घंटे की रफ्तार 6.47 बजे दर्ज की गई.

- अब दक्षिण कोलकाता से 70 किमी की दूरी पर अम्फान तूफान

बताया जा रहा है कि बीजेपी नेता बाबुल सुप्रियो के घर के पास की भी दीवार गिर गई है।

ताजा जानकारी के अनुसार, अम्फान तूफान कोलकाता पहुंचने वाला है। इस दौरान तूफान की रफ़्तार करीब 110 किमी प्रति घंटा हो सकती है।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अम्फान की सुबह 11:30 बजे दीघा (पश्चिम बंगाल) के दक्षिण-पूर्व में लगभग 125 किमी की रफ्तार रही। ये दीघा, पश्चिम बंगाल और हटिया द्वीप समूह, बांग्लादेश के बीच पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश तटों को पार करने के लिए सुंदरबन होते हुए गुजरेगा। ये दोपहर से शुरू होने वाली लैंडफॉल प्रक्रिया है। 

पश्चिम बंगाल के जोगेशगंज, उत्तर 24 परगना में ग्रामीणों और पशुधन को आश्रय स्थल में स्थानांतरित किया जा रहा है, क्योंकि चक्रवात अम्फान के आज शाम लैंड होने की उम्मीद है। खतरे को देखते हुए प्रशासन ने करीब 14 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया है।

ओडिशा के पारादीप में हवा की गति के कारण पेड़ उखड़ गए हैे यहा हवा 102 किमी / घंटा की रफ्तार से चल रही है वहींं आज लैंडफॉल आने की उम्मीद है।

कोलकाता आईएमडी डीआई निदेशक ने कहा कि, के चक्रवात अम्फान दीघा से 177 किमी दक्षिण-पूर्व में स्थित है। लैंडफॉल के बाद, यह उत्तर पूर्व के कोलकाता के करीब जाने की संभावना है। क्रॉसिंग तट के समय, हवा की गति लगभग 155-165 किमी प्रति घंटा होती है। मई 21 की सुबह तक चक्रवात के रूप में इसकी तीव्रता बरकरार रहने की संभावना है: 

इस तूफान का असर उड़ीसा के पारादीप में दिख रहा है जहां 82 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है वहीं उड़ीसा के भद्रक में तेज हवा के साथ खूब बारिश हो रही है।

इस चक्रवाती तूफान इंसान को देखते हुए ओडिशा में 1704 आश्रय शिविर लगाए गए हैं और 1,19,075 लोगों को वहां से निकाल लिया गया है।

इसके अलावा पश्चिम बंगाल में तबाही की आशंका को देखते हुए 19 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों को पश्चिम बंगाल में तैनात किया गया है जिसमें से दक्षिण -24 परगना में 6 टीमें, पूर्वी मिदनापुर और कोलकाता में 4 टीमें, उत्तर -24 परगना में 3 टीमें, हुगली और हावड़ा में 1 टीम तैनात किए गए हैं।

इसके अलावा आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में भी चक्रवात तुफान ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है, यहां के समुद्र तट पर तेज हवाएं चल रही है और कई स्थानीय घरों में पानी घुसने की भी खबर सामने आई है।

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सबसे ज्यादा इन क्षेत्रों में हो सकता है नुकसान
बता दें कि मौसम विभाग का अनुमान है कि तूफान से सबसे ज्यादा तबाही पश्चिम बंगाल, ओडिशा के 6 जिलों में हो सकती है। अनुमान के अनुसार मंगलवार को यह तूफान ओडिशा के तट तक पहुंच चुका है और कई इलाकों में बारिश भी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार इस तूफान का सबसे बुरा प्रभाव पश्चिम बंगाल में मेदिनीपुर, दक्षिणी एवं उत्तरी 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता में होगा। वहीं ओडिशा में भदरक, बालासोर, जयपुर, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा इन जिलों में ज्यादा नुकसान होने की संभावना है।

 

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