नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के नजदीक इमारत में लगी आगजनी में मरने वालों की संख्या 30 तक पहुंच सकती है। आज शनिवार सुबह मौके पर मौजूद दमकल अधिकारी ने बताया कि सुबह हमें कुछ और अवशेष मिले हैं, ऐसा लगता है कि 2-3 लोगों के शव हैं। मरने वालों की संख्या 30 तक पहुंच सकती है। इमारत में प्लास्टिक सामग्री की अधिकता के कारण आग तेजी से बढ़ी।
Delhi Mundka Fire | In the morning we have got some more remains, seems like the bodies of 2-3 people. Death toll might reach 30. The fire increased rapidly due to lots of plastic material in the building: Fire Official at the spot pic.twitter.com/9TetfTAt7N — ANI (@ANI) May 14, 2022
Delhi Mundka Fire | In the morning we have got some more remains, seems like the bodies of 2-3 people. Death toll might reach 30. The fire increased rapidly due to lots of plastic material in the building: Fire Official at the spot pic.twitter.com/9TetfTAt7N
दमकल अधिकारी ने बताया कि जिस वक्त आग लगी उस वक्त 50 लोगों की मीटिंग चल रही थी। दरवाजा बंद होने के कारण वे अंदर फंस गए। बचाव कार्य समाप्त हो गया है। व
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27 में से 25 शवों की पहचान अब तक नहीं वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि 27 में से 25 शवों की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। अब इनकी शिनाख्त के लिए डीएनए सैंपल लिए जाएंगे। डीसीपी बाहरी जिला समीर शर्मा ने बताया कि हमने अब तक 27 शव बरामद किए हैं। उनके माता-पिता और रिश्तेदारों को बुलाया गया है और उचित स्लॉट-वार पहचान की जा रही है।
डीसीपी बाहरी जिला समीर शर्मा का कहना है कि हमने उपयुक्त धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। उन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने कुछ गलत किया या नियमों का पालन नहीं किया। हम उचित जांच करेंगे, दोषी पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
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मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा बता दें कि शुक्रवार शाम मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास एक 3 मंजिला व्यावसायिक इमारत में भीषण आग लग गई थी। इस घटना में 27 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 29 लोग अब भी लापता हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि यह एक भीषण आग थी, कई लोग मारे गए थे, और उनके शरीर इस हद तक जल गए थे कि उनकी पहचान नहीं की जा सकती थी। हमने लापता और मृतकों की पहचान के लिए मदद तैनात की है।
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