नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। दिल्ली सरकार टीकाकरण का दायरा बढ़ाने के लिए मेट्रो स्टेशनों, बाजारों, मॉल और शराब की दुकानों के आसपास के इलाकों में भीड़- भाड़ वाले स्थानों पर कोविड-19 टीकाकरण शिविर संचालित कर रही है।
अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से कोरोनो वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है और डॉक्टर इस बात पर जोर दे रहे हैं कि जो लोग अब तक टीकाकरण नहीं करवा पाए हैं, उन्हें जल्द टीका ले लेना चाहिए। अधिकारियों ने कहा कि अन्य कदमों के अलावा, टीकाकरण केंद्र का संचालन करने वाले ‘आम आदमी मोहल्ला क्लीनिकों’ की संख्या जुलाई की शुरुआत में लगभग 60 से बढ़ाकर अब 140 से अधिक कर दी गई है।
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के मामलों में इजाफा हुआ है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, रविवार तक लगातार तीन दिन दिल्ली में प्रतिदिन 700 से अधिक मामले आए, संक्रमण दर 24 जुलाई को बढ़कर 5.57 प्रतिशत हो गई। एक जून को राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के 623 मामले आए थे, जबकि 30 मई को 946 मामले आए थे। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि सरकार का लक्ष्य टीकाकरण के दायरे को अधिक से अधिक बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण करने वाले लोगों की संख्या बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं क्योंकि महामारी से निपटने के लिए टीकाकरण एक महत्वपूर्ण कदम है। महामारी अभी खत्म नहीं हुई है।
उन्होंने कहा, ‘हमारा लक्ष्य टीकाकरण के दायरे को अधिक से अधिक बढ़ाना है और हम इसे प्राप्त करने के लिए घर-घर सर्वेक्षण सहित कई संपर्क कार्यक्रम शुरू कर रहे हैं। अधिकारी ने बताया, ‘इसके अलावा, हमें मुख्य सचिव से राष्ट्रीय राजधानी में भीड़- भाड़ वाले क्षेत्रों को शामिल करने के निर्देश मिले हैं। हमने मॉल, बाजार, मेट्रो स्टेशन, ‘कांवड़’ शिविर और यहां तक कि शराब की दुकानों के पास के क्षेत्र को भी चुना है जहां लोग बड़ी संख्या में इकट्ठे होते हैं।’ इन चिह्नित क्षेत्रों में टीकाकरण शिविर लगाए जा रहे हैं।
अधिकारियों ने कहा कि रिहायशी इलाकों में रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के सहयोग से एक या दो दिन के लिए शिविर आयोजित किए जाते हैं, जो क्षेत्र में गैर टीकाकरण वाले समूह के आकार पर निर्भर करता है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘हमने चिह्नित मेट्रो स्टेशनों के परिसर में प्रवेश और निकास बिंदुओं के पास और मॉल तथा बाजारों जैसे अन्य भीड़- भाड़ वाले क्षेत्रों में भी अपने शिविर स्थापित किए हैं। हम चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग टीकाकरण केंद्रों पर आएं और अगर लोगों का एक वर्ग इन केंद्रों पर नहीं आता है तो हम उनके पास जाएंगे।’
विशेषज्ञ बार- बार यही कहते हैं कि टीकाकरण के लिए पात्र लोगों को बिना देर किए अपनी खुराक ले लेनी चाहिए। डॉक्टरों ने बताया है कि महामारी की तीन लहरों और हाल में फिर से मामलों में वृद्धि के बावजूद, बहुत से लोग अब भी टीका लेने से हिचकिचा रहे हैं और उन्होंने अपनी पहली खुराक भी नहीं ली है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 17 जुलाई को दिल्लीवासियों से कोविड-19 रोधी टीके की एहतियाती खुराक लेने की अपील करते हुए कहा कि दिल्ली में केवल 10 प्रतिशत लोगों ने ही ऐसा किया है। उन्होंने अभिभावकों से भी अपील की कि वे अपने 12-17 आयु वर्ग के बच्चों को टीके की दूसरी खुराक जरूर दिलवाएं।
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