Tuesday, Oct 03, 2023
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Delhi Mundka Fire: 'बिल्डिंग के पास नहीं थी MCD और फायर डिपार्टमेंट की मंजूरी'

  • Updated on 5/14/2022

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के पास जिस चार मंजिला कमर्शियल बिल्डिंग में आग लगने से 27 लोगों की जान गई है उसके पास न तो नगर निगम की मंजूरी थी और न ही अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र था। अग्निशमन सेवा के प्रमुख अतुल गर्ग ने मीडिया को इस बारे में जानकारी दी है।

दिल्ली अग्निशमन सेवा के प्रमुख अतुल गर्ग ने कहा कि इमारत के पास अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं था, हालांकि उन्होंने ये भी स्वीकार किया कि इसमें विभाग के कारण ही देरी हुई थी। उन्होंने ये भी बताया कि इमारत के पास दिल्ली नगर निगम से अग्नि अनापत्ति प्रमाण पत्र और मंजूरी नहीं थी।

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ऐसा लगता है कि पूरी इमारत अवैध थी- अतुल गर्ग
अतुल गर्ग ने कहा कि ऐसा लगता है कि पूरी इमारत अवैध थी। उन्होंने  बताया कि अधिकांश शव दूसरी मंजिल से बरामद किए गए थे। हमने आज तीसरी मंजिल की तलाशी ली और अब बचाव अभियान खत्म हो गया है।

दिल्ली के मुंडका मेट्रो स्टेशन के नजदीक इमारत में लगी आगजनी में मरने वालों की संख्या 30 तक पहुंच सकती है। आज शनिवार सुबह मौके पर मौजूद दमकल अधिकारी ने बताया कि सुबह हमें कुछ और अवशेष मिले हैं, ऐसा लगता है कि 2-3 लोगों के शव हैं। मरने वालों की संख्या 30 तक पहुंच सकती है। इमारत में प्लास्टिक सामग्री की अधिकता के कारण आग तेजी से बढ़ी। 

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27 में से 25 शवों की पहचान अब तक नहीं
वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि 27 में से 25 शवों की पहचान अब तक नहीं हो सकी है। अब इनकी शिनाख्त के लिए डीएनए सैंपल लिए जाएंगे। डीसीपी बाहरी जिला समीर शर्मा ने बताया कि हमने अब तक 27 शव बरामद किए हैं। उनके माता-पिता और रिश्तेदारों को बुलाया गया है और उचित स्लॉट-वार पहचान की जा रही है।

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