Friday, Sep 29, 2023
-->
delhi president bjym vasu rukhar expelled from organization dcw notice

भाजयुमो के दिल्ली अध्यक्ष वासु रुखर निष्कासित, दिल्ली महिला आयोग भी सक्रिय

  • Updated on 2/10/2023

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की युवा शाखा के दिल्ली अध्यक्ष वासु रुखर को शुक्रवार को उनकी बेटी के कथित अपहरण से जुड़े विवाद के कुछ दिनों बाद शुक्रवार को संगठन से निष्कासित कर दिया गया। दिल्ली भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एक पत्र जारी कर रुखर की प्राथमिक सदस्यता समाप्त करने और उन्हें पार्टी से निकालने की बात कही है।

अडाणी के लिए हरित बजट के विपक्ष के आरोपों को वित्त मंत्री सीतारमण ने किया खारिज

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष द्वारा हस्ताक्षरित पत्र में कहा गया है, “आपके व्यवहार और गतिविधियों को देखते हुए आपको तुरंत आपकी प्राथमिक सदस्यता से मुक्त किया जाता है और पार्टी से तुरंत निष्कासित किया जाता है।” पुलिस ने कहा था, “भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के दिल्ली अध्यक्ष की बेटी को बुधवार को मध्य दिल्ली के झंडेवालान से कथित तौर पर अगवा कर लिया गया और मौरिस नगर में एक मंदिर के पास छोड़ दिया गया।”

कांग्रेस का PM मोदी पर पलटवार : भारत में अपने नाना का उपनाम कौन लगाता है? 

हालांकि, भाजपा के सूत्रों ने आरोप लगाया कि रुखर की पत्नी को अपने डेढ़ साल की बच्ची को छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि उसे तीन बेटियां होने पर परेशान किया जा रहा था। अपने निष्कासन पर रुखर की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया उपलब्ध नहीं थी। भाजपा के सूत्रों ने बताया कि रुखर को निष्कासित करने का फैसला पुलिस द्वारा की गई जांच और पार्टी द्वारा आंतरिक जांच के आधार पर लिया गया।

मूडीज ने अडाणी की 4 कंपनियों के Credit Outlook को ‘नकारात्मक' किया

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच से पता चला है कि शिशु लड़की की मां ने “जानबूझकर” बच्चे को छोड़ दिया था और बाद में पुलिस नियंत्रण कक्ष (पीसीआर) को कॉल की थी। उन्होंने कहा, “हमें संदेह है कि उसने बच्ची से छुटकारा पाने के लिए ऐसा किया होगा, लेकिन हम अभी भी उसकी कार्रवाई के पीछे की वजह की जांच कर रहे हैं।” दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने भी रुखर की बेटी के कथित अपहरण के मामले में पुलिस को नोटिस जारी किया था। 

PM मोदी का डिग्री विवाद: गुजरात यूनिवर्सिटी ने हाई कोर्ट में रखा अपना पक्ष

comments

.
.
.
.
.