नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के ‘‘सभी भारतीयों का डीएनए समान है’’ वाले बयान को लेकर उन पर हमला जारी रखते हुए कहा कि अगर ऐसा ही है तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों में धर्म परिवर्तन और अंतर धार्मिक विवाह के खिलाफ कानून लाने की क्या जरूरत थी।
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मध्यप्रदेश सहित भाजपा शासित कुछ राज्यों ने ऐसे कानून बनाए हैं जो धोखे से शादी या कपटपूर्ण तरीकों से धर्मांतरण को प्रतिबंधित करते हैं। भागवत के बयान पर किए गए सवाल पर सिंह ने बुधवार रात यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘ यदि हिन्दू-मुसलमान का डीएनए एक ही है तो धर्म परिवर्तन कानून और लव-जिहाद कानून की क्या जरूरत थी? फिर मोहन भागवत जी और एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का डीएनए एक ही है।’’
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को गाजियाबाद में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि सभी भारतीयों का डीएनए एक है,चाहे वे किसी भी धर्म के हों। आरएसएस प्रमुख ने भीड़ द्वारा पीटकर हत्या की घटनाओं में शामिल लोगों पर हमला बोलते हुए कहा था, ‘‘वे लोग ङ्क्षहदुत्व के खिलाफ हैं।’’
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भाजपा व आरएसएस के कटु आलोचक सिंह ने भागवत के बयान के अगले ही दिन कहा था कि यदि भागवत अपने शब्दों पर खरे हैं तो उन्हें निर्देश देना चाहिए कि भगवा पार्टी के उन सभी नेताओं को उनके पदों से हटा दिया जाए जिन्होंने निर्दोष मुसलमानों को ‘परेशान’ किया। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आरएसएस प्रमुख की आलोचना को लेकर बृहस्पतिवार को सिंह पर निशाना साधा। मिश्रा ने ट्विटर पर कहा कि भागवत की सोच राष्ट्र की एकता और अखंडता की है वहीं सिंह की सोच उससे विपरीत है।
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चित्रकूट में शुक्रवार से होगी संघ प्रचारकों की बैठक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के अखिल भारतीय प्रांत प्रचारकों की चार दिवसीय बैठक शुक्रवार से मध्यप्रदेश के चित्रकूट शहर में शुरू होगी। संघ प्रमुख मोहन भागवत इस बैठक की अध्यक्षता करेंगे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बृहस्पतिवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी। विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘प्रति वर्ष यह बैठक सामान्यत: जुलाई में होती है। यह बैठक कोरोना वायरस के कारण पिछले वर्ष चित्रकूट में आयोजित नहीं हो पायी थी। यह बैठक इस वर्ष चित्रकूट में ही हो रही है।’’ इस वर्ष भी कोरोना वायरस संबंधी नियमों का पालन करते हुए संख्या को नियंत्रित करने हेतु कुछ कार्यकर्ता यहां प्रत्यक्ष रूप से एवं कुछ ऑनलाइन माध्यम से जुड़ रहे हैं।
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इसमें कहा गया है कि नौ-10 जुलाई को 11 क्षेत्रों के ‘क्षेत्र प्रचारक’ तथा सह क्षेत्र प्रचारकों की बैठक चित्रकूट में होने जा रही है। इसमें सरसंघचालक डॉ. भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले एवं सभी पांचों सहसरकार्यवाह उपस्थित रहेंगे। साथ ही संघ के सातों कार्य विभाग के अखिल भारतीय प्रमुख एवं सह प्रमुख शामिल होंगे। विज्ञप्ति के अनुसार, 12 जुलाई को सभी 45 प्रांतों के प्रांत प्रचारक एवं सह प्रांत प्रचारक ऑनलाइन माध्यम से जुड़ेंगे और 13 जुलाई को विविध संबद्ध संगठनों के अखिल भारतीय संगठन मंत्री ऑनलाइन माध्यम से बैठक में शामिल होंगे। यह बैठक सामान्यत: संगठनात्मक विषयों पर केंद्रित रहेगी। साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित लोगों की सहायता हेतु स्वयंसेवकों द्वारा किये गये देशव्यापी सेवा कार्यों की समीक्षा की जाएगी।
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