Friday, Sep 29, 2023
-->
dna-test-will-be-done-in-the-case-of-changing-the-child-the-woman-resident-of-delhi

बच्चा बदलने के मामले में होगी डीएनए जांच, दिल्ली निवासी महिला ने अस्पताल पर लगाया था बच्चा बदलने का

  • Updated on 3/26/2022

नई दिल्ली/टीम डिजीटल। दिल्ली निवासी एक महिला द्वारा निजी अस्पताल पर नवजात बच्चा बदलने के लगाए गए आरोप में जांच तेज हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बच्चा बदलने के मामले में डीएनए टेस्ट कराने की संस्तुति की है। इस संबंध में सीएमओ कार्यालय की ओर से प्रशासन को पत्र भेजा गया है। बच्चा बदलने के मामले में डीएनए टेस्ट की कार्रवाई जिले में पहली बार होगी। इससे कई वर्ष पूर्व एमएमजी अस्पताल में बच्चा बदलने को लेकर हंगामा हुआ था। वहीं, 2019 में संयुक्त अस्पताल में भी बच्चा बदलने के आरोप लगाते हुए डीएनए टेस्ट कराने की मांग की गई थी। 

बच्चा बदलने के मामले में दिल्ली ईस्ट गोकुलपुर निवासी पीडि़त महिला जूली चौहान को 12 फरवरी 2022 को प्रसव पीड़ा होने पर शालीमार गार्डन गाजियाबाद स्थित राज नर्सिंग होम एंड हॉस्पिटल में लाया गया। यहां जांच के बाद अस्पताल स्टाफ ने बताया कि कुछ ही समय बाद प्रसव हो सकता है, जिसके बाद उसे भर्ती कर लिया गया। आरोप लगाया कि महिला की नॉर्मल डिलीवरी होना बताते हुए 14 टांके लगाए गए।

डिलीवरी होने के कुछ समय बाद नर्स आई और नवजात बच्चे की कोई जानकारी नहीं देते हुए पहले बच्चे के बारे में जानकारी करते हुए पूछा कि तुम्हें पहला बच्चा क्या है, इस पर उसने पहला बच्चा बेटा होना बताया। जिसके बाद नर्स ने कहा फिर ठीक है अब तुम्हें बेटी हुई है। इसके कई घंटे बाद उसे बेटी सौंपी गई। आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने उसकी बिगड़ती तबीयत को नजरअंदाज करके अगले दिन ही अस्पताल से छुट्टी दे दी।

इस पर उन्हें बच्चा बदलने का शक हुआ। यह शक और गहरा तब हुआ जब पांच दिन बाद जब वह दोबारा अस्पताल में जांच करवाने गई और बच्चा बदलने को लेकर डॉक्टर से चर्चा की, इस पर महिला डॉक्टर ने चोरी का आरोप लगाकर जेल भिजवाने की धमकी दे डाली। पीडि़ता ने मामले में अस्पताल के खिलाफ साहिबाबाद थाने में तहरीर दी। 4 मार्च को जिलाधिकारी से भी शिकायत करते हुए बच्ची का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की गई। 

बच्चा बदलने की पुष्टि के लिए डीएनए टेस्ट जरूरी 
एसीएमओ डॉ. सुनील त्यागी का कहना है कि बच्चा बदलने की पुष्टि के लिए डीएनए टेस्ट जरूरी है। डीएनए टेस्ट मिस मैच हुआ तो कार्रवाई होगी। यदि रिपोर्ट सही आई तब पीडि़त परिवार से टेस्ट का खर्चा लिया जाएगा। मामले में प्रशासनिक स्तर और अदालत से ही डीएनए टेस्ट के निर्देश दिए जा सकते हैं। 
 

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
comments

.
.
.
.
.