नई दिल्ली/टीम डिजिटल। अमरीका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने मंगलवार को भारतीय उद्योग को अपने देश में और अधिक निवेश करने का न्यौता दिया। साथ ही कारोबार से जुड़े कायदे-कानून के अंकुश को और कम करने का वादा किया। ट्रंप सरकार अमेरिकी अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये और अधिक वैश्विक निवेश आकर्षित करना चाहती है। भारत को उम्मीद थी कि अमेरिका की ओर से भारत में निवेश बढ़ाने पर बड़ा ऐलान होगा।
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भारतीय उद्योगपतियों के साथ बैठक में उन्होंने अमेरिका में निवेश के लिये नियमन और बेहतर बनाने का आश्वासन दिया। इस बैठक में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, मङ्क्षहद्रा समूह के चेयरमेन आनंद मङ्क्षहद्रा, टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन और आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला जैसे भारत के दिग्गज उद्यमी शामिल थे।
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भारतीय उद्याग जगत ने अमरीकी राष्ट्रपति को वहां हो रहे अपने कारोबार और निवेश के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं। आपकी सफलता पर बधाई। उम्मीद है कि आप अमरीका आएंगे तथा और निवेश करेंगे। मैं इस निवेश को अरब डॉलर के रूप में नहीं देखता बल्कि रोजगार सृजन के रूप में देखता हूं...।’’
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उद्योग जगत ने जब कहा कि अमरीका में खासकर प्रशासनिक और विधायी माहौल में नियामकीय चुनौतियों बनी हुई हैं, ट्रम्प ने कहा, ‘‘कुछ नियमनों को सांविधिक प्रक्रिया से हटाया जाना है...हम कई सारे नियमन को समाप्त करने जा रहे हैं...आपको अंतर दिखेगा और आप इसे अच्छा पाएंगे। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
मेरे चुनाव जीतते ही राकेट जैसा आएगा बाजार में उछाल: ट्रम्प ट्रम्प ने दावा किया कि वह आगामी अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने जा रहे हैं और इससे बाजार में राकेट जैसा उछाल आएगा। उनकी सरकार ने अर्थव्यवस्था, स्वास्थ्य और सैन्य क्षेत्र के लिये काफी कुछ किया है। अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी अगुवाई में अमरीकी अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ी है और जितनी अच्छी है स्थिति अभी है, वैसी कभी नहीं थी।
ट्रम्प से उलझा पत्रकार राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के संवाददाता सम्मेलन में मंगलवार को यहां उनके और सीएनएन के पत्रकार जिम अकोस्टा के बीच तब तीखी बहस हो गयी। अकोस्टा ने ट्रम्प से पूछा कि क्या वह आगामी राष्ट्रपति चुनाव में किसी भी विदेशी हस्तक्षेप को नकारने का संकल्प लेंगे। सीएनएन पत्रकार ने नए कार्यवाहक राष्ट्रीय खुफिया निदेशक की नियुक्ति के फैसले पर भी सवाल उठाया, जिन्हें किसी तरह का खुफिया अनुभव नहीं है। जवाब में ट्रम्प ने कहा कि वह किसी देश से कोई मदद नहीं चाहते और उन्हें किसी देश से मदद नहीं मिली है।
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ट्रम्प ने सीएनएन द्वारा पिछले दिनों एक गलत सूचना जारी करने पर खेद जताये जाने का भी जिक्र किया। अकोस्टा ने इस पर कहा कि राष्ट्रपति महोदय, मुझे लगता है कि हमारा सच बताने का रिकॉर्ड कई बार आपके रिकॉर्ड से काफी बेहतर है।’ बहस बढऩे लगी और ट्रंप ने कहा, ‘मैं आपको आपके रिकॉर्ड के बारे में बताता हूं। आपका रिकॉर्ड इतना खराब है कि आपको उस पर शर्म आनी चाहिए।’ अकोस्टा ने कहा, ‘‘मुझे शर्म नहीं आती और हमारा संस्थान भी शर्मिंदा नहीं है।’ अकोस्टा और ट्रम्प के बीच पहले भी कई बार कहासुनी हो चुकी है।
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