Saturday, Jun 03, 2023
-->
dr-sarvapalli-radhakrishnan-beautiful-thoughts

किताब और इंसान के बीच खूबसूरत रिश्ते को दर्शाते हैं डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के ये विचार

  • Updated on 9/5/2018

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। हमारे देश के प्रथम उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डां. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक कुशल राजनीतिज्ञ होने के साथ-साथ परम विद्वान, महान दार्शनिक, विचारक और बहुत बड़े शिक्षाविद् भी थे।

राजनीति में पदार्पण से पहले लगभग 40 वर्षों तक उन्होंने एक शिक्षक के रूप में कार्य किया। उनका हमेशा ये मानना था कि शिक्षक और छात्र के बीच मधुर संबंध रहें और संसार के सारे शिक्षकों के सम्मान में एक दिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए। 

#TeachersDay: बॉलीवुड फिल्मों के ये गानें सुनाकर अपने शिक्षक को जरुर करें इंप्रेस

वहीं भारत में शिक्षक दिवस भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन 5 सितंबर को मनाया जाता है। भारत की ही तरह कई और देशों में ये दिवस मनाया जाता है।

  • शिक्षक वह नहीं जो छात्र के दिमाग में तथ्यों को जबरन ठूंसे, बल्कि वास्तविक शिक्षक तो वह है जो उसे आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार करें।
  • पुस्तकें वह माध्यम हैं, जिनके जरिये विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण किया जा सकता है।
  • ज्ञान के माध्यम से हमें शक्ति मिलती है. प्रेम के जरिये हमें परिपूर्णता मिलती है।
  •  हमें तकनीकी ज्ञान के अलावा आत्मा की महानता को प्राप्त करना भी जरूरी है
  • शांति राजनीतिक या आर्थिक बदलाव से नहीं आ सकती बल्कि मानवीय स्वभाव में बदलाव से आ सकती है।
  • भगवान की पूजा नहीं होती बल्कि उन लोगों की पूजा होती है जो उनके नाम पर बोलने का दावा करते हैं।
  • किताबें पढ़ने से हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची खुशी मिलती है

#TeachersDay: एक शिक्षक के कई पहलू दिखाती हैं बॉलीवुड की ये फिल्में 

लेकिन कई देशों में ये दिवस 5 सितंबर को नहीं बल्कि 5 अक्तूबर को मनाया जाता है। यहां तक की यूनेस्को ने 5 अक्टूबर को वर्ल्ड टीचर्स डे घोषित किया है। भारत में ये 5 सितंबर को मनाते हैं लेकिन पाकिस्तान, मालदीव्स, कुवैत, मॉरीशस, कतर, ब्रिटेन, रूस आदि देशों में 5 अक्तूबर को टीचर्स डे मनाते हैं। वहीं चीन में ये दिवस 10 सितंबर को मनाया जाता है। 

बता दें कि सर्वपल्ली का जन्म 1888 में दक्षिण भारत के गरीब ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में बेहद अच्छा काम किया था। उनके करीबियों ने उनसे कई बार अपना जन्मदिन मनाने का आग्रह किया। लेकिन हर बार उन्होंने कहा कि उनके जन्मदिन को यदि मनाना ही है तो शिक्षक दिवस के रूप में मनाएं।

Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।

comments

.
.
.
.
.