नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। किसान आंदोलन (Farmer Protest) को खत्म करने के प्रयास में जुटी केंद्र सरकार (Union Government) की किसान नेताओं के साथ बातचीत समाप्त हो चुकी है। यह बैठक दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित की गई थी। कृषि कानून को लेकर केंद्र सरकार और किसान प्रतिनिधियों के बीच लगभग 4 घंटे से भी ज्यादा समय तक मंथन हुआ। इस बैठक में फिर से 3 दिसंबर को मिलने पर सहमति हुई है।
इस बीच कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने बैठक में एक समिति बनाने का प्रस्ताव दिया। जिसे किसान नेताओं ने ठुकरा दिया है। कृषि मंत्री ने कहा कि एक समिति का गठन होना चाहिये। जिसमें सरकार और कृषि एक्सपर्ट कृषि कानून से जुड़े सभी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करेगे। लेकिन किसान नेताओं ने इसे अस्वीकार कर दिया।
इस बीच खबरें आ रही है कि सरकार ने एक प्रेजेंटेशन दिया है। जिसमें किसानों के सभी तरह के सवालों का जबाव देने की कोशिश की जा रही है। वहीं सरकार MSP पर भी रुख साफ किया है।
सरकार की और से कृषिमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, वाणिज्य मंत्री पीयुष गोयल और कृषि राज्य मंत्री सोमप्रकाश की किसान नेताओं संग प्रगति मैदान के पास विज्ञान भवन में बैठक हो रही है। बैठक में किसान संगठनों के 35 प्रतिनिधियों को बुलाया गया है।
Delhi: Farmer leaders reach Vigyan Bhawan; Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar has called them for talks.#FarmLaws pic.twitter.com/ZeygQ7ErZo — ANI (@ANI) December 1, 2020
Delhi: Farmer leaders reach Vigyan Bhawan; Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar has called them for talks.#FarmLaws pic.twitter.com/ZeygQ7ErZo
इससे पहले किसान नेताओं ने केंद्र की अपील को दरकिनार करते हुए सोमवार को कहा कि वे नए कृषि कानूनों के खिलाफ ‘निर्णायक लड़ाई’ के लिए दिल्ली आए हैं और मांगें पूरी होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर किया हमला वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कानूनों का बचाव किया और विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि वे सरकार के फैसले पर भ्रम फैला रहे हैं। उधर, विपक्षी दलों ने सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है और कहा है कि केंद्र को किसानों के ‘लोकतांत्रिक संघर्ष का सम्मान’ करना चाहिए तथा संबंधित कानूनों को निरस्त करना चाहिए। प्रदर्शनकारी किसानों के एक प्रतिनिधि ने सिंघू बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जब तक किसानों की मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
'मांगों से नहीं होगा समझौता' भारतीय किसान यूनियन (दकौंडा) के महासचिव जगमोहन सिंह ने कहा, ‘हम अपनी मांगों से समझौता नहीं कर सकते।’’ उन्होंने कहा कि यदि सत्तारूढ़ पार्टी उनकी चिंता पर विचार नहीं करती तो उसे ‘भारी कीमत’ चुकानी होगी। किसानों के प्रतिनिधि ने कहा, ‘हम यहां निर्णायक लड़ाई के लिए आए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हम दिल्ली की सीमाओं पर डटे रहेंगे और यहां से अपनी रणनीति बनाएंगे। हम प्रधानमंत्री से यह कहने के लिए दिल्ली आए हैं कि वह किसानों के ‘मन की बात’ सुनें, अन्यथा सरकार और सत्तारूढ़ पार्टी को भारी कीमत चुकानी होगी।’
31 मामले दर्ज किए गए वहीं, भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि आंदोलन को ‘‘दबाने’’ के लिए अब तक प्रदर्शनकारियों के खिलाफ लगभग 31 मामले दर्ज किए गए हैं। चढूनी ने कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं हो जातीं, किसानों का प्रदर्शन जारी रहेगा। उन्होंने दावा किया कि नए कृषि कानूनों से देश के कृषि व्यवसाय पर कॉरपोरेट घरानों का एकाधिकार हो जाएगा।
किसान आंदोलन से जुड़ी 10 बड़ी खबरें यहां पढ़ें
किसान प्रदर्शन के चलते दिल्ली में सब्जियों की आपूर्ती प्रभावित, आसमान छू रहे दाम!
वायरस संक्रमण के खतरे पर बोले किसान- 'कोरोना से ज्यादा खतरनाक है यह कानून'
केंद्र ने किसानों को मीटिंग के लिए किया आमंत्रित, दोपहर 3 बजे विज्ञान भवन में होगी बैठक
किसान नेता बूटा सिंह का बड़ा दावा- अमित शाह ने फोन कर हरसंभव मदद का दिया भरोसा
किसानों के मन में कृषि बिल को लेकर है संशय, सरकार को जगाना होगा भरोसा
बुराड़ी के मैदान में जुटे सैकड़ों किसान, नारों, गीतों व ढोल-नगाड़ों से गूंजा मैदान
किसान आंदोलन पर बोले राहुल गांधी, ये तो बस शुरुआत है, वापस लेने होंगे मोदी सरकार को काले कानून
Hindi News से जुड़े अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, ट्विटर पर फॉलो करें।हर पल अपडेट रहने के लिए NT APP डाउनलोड करें। ANDROID लिंक और iOS लिंक।
नहीं रहे कन्नड़ के मशहूर एक्टर Nithin Gopi, दिल का दौड़ पड़ने की वजह...
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रेन दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया, स्थिति का...
देश का एक ऐसा गांव जहां पैदा होते ही हो जाती है बच्चे की मौत, 500...
टाटा नेक्सन ईवी मैक्स में आया नया अपडेट, ये खास फीचर्स हुआ शामिल
रेल हादसे में 261 की मौत, राहत एवं बचाव कार्य में वायुसेना के विमान...
हाई कोर्ट से अंतरिम राहत मिलने के बाद बीमार पत्नी से मिलने पहुंचे...
ओडिशा ट्रेन एक्सिडेंट इतिहास की भीषण दुर्घटना में से एक, पढ़ें कब- कब...
BJP ने बालासोर ट्रेन हादसे के बाद शनिवार को सरकार का वर्षगांठ...
रेल मंत्री ने रेल दुर्घटना स्थल का दौरा किया, कहा- राहत एवं बचाव...
अंकिता भंडारी के परिजन ने की हत्याकांड की पैरवी कर रहे विशेष लोक...