Friday, Jun 09, 2023
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farmer leaders warned bjp said will appeal to farmers of bengal and assam not to vote pragnt

किसान नेताओं ने BJP को चेताया, कहा- बंगाल और असम के किसानों से वोट न देने की करेंगे अपील

  • Updated on 3/10/2021

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि वह पश्चिम बंगाल और असम में एक टीम भेजेगा जो इन दोनों राज्यों में होने वाले चुनावों में लोगों से 'किसान-विरोधी' भाजपा (BJP) को वोट न देने की अपील करेगी।

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12 मार्च से शुरू होगी यात्रा
किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने एक बयान में कहा कि यह यात्रा तीन दिन की होगी जो 12 मार्च से शुरू होगी। पाल ने कहा कि टीम में चार-पांच सदस्य होंगे जिनमें वह और योगेंद्र यादव भी शामिल होंगे। एसकेएम की सदस्य कविता कुरुगांती ने कहा कि इस बारे में समस्त जानकारी बुधवार को मालूम चलेगी। पश्चिम बंगाल और असम में विधानसभा चुनाव 27 मार्च से शुरू होंगे।

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280 से अधिक किसानों की मौत
एसकेएम ने यह भी कहा कि आंदोलन में अपने 'प्राण न्यौछावर' करने वाले किसानों की संख्या मंगलवार को 280 से अधिक हो गई। उसने कहा, 'आज हरियाणा के जींद जिले के किसान 50 वर्षीय राधेश्याम टीकरी बॉर्डर पर शहीद हो गए।' किसान संगठन ने सोमवार को दिल्ली विश्वविद्यालय में श्रम अधिकार कार्यकर्ता नौदीप कौर पर 'एबीवीपी' कार्यकर्ताओं के 'हमले' की भी निंदा की।

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UP के बलिया में महापंचायत को करेंगे संबोधित टिकैत
गौरतलब है कि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार में किसान आंदोलन को मजबूत आधार देने के लिए बुधवार को बलिया जिले के सिकंदरपुर में किसान महापंचायत को सम्बोधित करेंगे। भारतीय किसान सभा एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। भारतीय किसान सभा के पूर्वांचल प्रभारी अजीत राय ने मंगलवार को बताया कि भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत कल बलिया जिले के सिकंदरपुर में किसान महापंचायत को सम्बोधित करेंगे। 

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कांग्रेस- वामपंथी दलों का मिला समर्थन
उन्होंने बताया कि सिकंदरपुर से बिहार की दूरी तकरीबन पांच किलोमीटर है और नये कृषि कानून के विरोध में चल रहे आंदोलन को पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में मजबूती प्रदान करने के लिए सिकंदरपुर में यह महापंचायत हो रही है। उन्होंने बताया कि इस किसान महापंचायत को कांग्रेस, वामपंथी दलों के साथ ही किसानों के विभिन्न संगठनों का समर्थन हासिल है। पुलिस अधीक्षक डॉ विपिन ताडा ने बताया कि किसान महापंचायत को दृष्टिगत रखते हुए सुरक्षा के आवश्यक प्रबंध किए गए हैं।

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