Tuesday, Oct 03, 2023
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आंदोलन : किसानों का फरमान, 8 दिसंबर को भारत बंद तो 5 को पीएम का पुतला दहन

  • Updated on 12/4/2020

नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कृषि कानून को लेकर किसान और केंद्र सरकार आमने-सामने खड़ी है। कोई भी झुकने को राजी नहीं है। इस बीच दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर पर डेरा डाले किसानों ने ऐलान किया है कि 5 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला दहन करेंगे। साथ ही 8 दिसंबर को भारत बंद किया जाएगा।

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इससे पहले गुरुवार को भी केंद्र सरकार के तरफ से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर,पियुष गोयल और किसान प्रतिनिधियों के बेीच 8 घंटे तक बैठक जारी रही। लेकिन किसी भी विषय पर सहमति नहीं बनने से यह बैठक बेनतीजा ही रहा। इस बीच सिंघू बॉर्डर पर  किसान संगठनों ने प्रेस को संबोधित किया। जिसमें कृषि कानून को काला कानून करार देते हुए इसे जल्द वापस लेने की मांग की। मौके पर मौजूद मौजूद भारतीय किसान यूनियन (लखोवाल) के महासचिव एचएस लखोवाल ने कहा कि किसानों में केंद्र सरकार के प्रति भारी नाराजगी है। जिस कारण ही 5 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया जाएगा। जबकि 8 दिसंबर को भारत बंद रहेगा।

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बता दें कि चौथे दौर की बातचीत के बाद भी किसानों की समस्या का कोई हल नहीं निकल सका है। किसान आज 9वें दिन भी पूरे जोश के साथ दिल्ली बॉर्डर (Delhi Border) पर डटे हुए हैं। शनिवार 5 दिसंबर को एक बार फिर से किसानों और केंद्र सरकार के बीच पांचवे दौर की बातचीत होगी। लेकिन तब तक किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) जारी रहेगा। ऐसे में दिल्ली बॉर्डर से आवाजाही करने वाले लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

Live Updates-:

  • किसानों से मिलने सिंघू बॉर्डर पहुंचे TMC नेता डेरेक ओ ब्रायन
  • किसानों के विरोध के कारण एनएच -24 पर गाजीपुर बॉर्डर (उत्तर प्रदेश-दिल्ली बॉर्डर) गाज़ियाबाद से दिल्ली के लिए ट्रैफ़िक के लिए बंद है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे दिल्ली आने के लिए NH-24 से बचें और अप्सरा / भोपरा / DND का उपयोग करें: दिल्ली यातायात पुलिस
  • दिल्ली गाजियाबाद बॉर्डर पर डटे किसानों को पुलिस ने वहां से खदेड़ दिया है। 
  • आज 11 बजे सभी किसान नेताओं की बैठक सिंघू बॉर्डर पर

चौथे दौर की बातचीत के बाद किसान नेताओं ने दावा किया है कि उन्होने तीनों कृषि कानूनों की सभी खामियों को गिनवाया तो केंद्र सरकार के पास उनके सवालों का कोई जवाब नहीं था। केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों में आठ मुद्दों पर संशोधन का प्रस्ताव रखा जिसे किसानों ने ठुकरा दिया। किसानों की मांग है कि कृषि कानूनों को हद्द किया जाए। अब शनिवार 5 दिसंबर को बैठक से पहले शुक्रवरा को यानी आज 11 बजे सभी किसान नेताओं की बैठक सिंघू बॉर्डर पर होगी। 

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सिंघू बॉर्डर पर पुलिस का सख्त पहरा
सिंघू बॉर्डर पर चार से पांच जिलों के ज्वाइंट सीपी, पुलिस उऊपायुक्त और एसीपी और एसएचओ मॉर्निंग और नाइट शिफट में तानत हैं। किसान आंदोलन के साथ-साथ अपने-अपने जिलों पर भी उनकी पूरी तरह से निगाह है। 

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अधिकांश बॉर्डर वाले रास्तों पर बैरीकेडिंग
बता दें कि सिंघू बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर के बाद अब किसानों का जमावड़ा राजधानी में आने वाले अन्य मार्गों पर लग गया है, जिसके कारण दिल्ली के अधिकांश बॉर्डर वाले रास्तों पर बैरीकेडिंग की गई है। लोगों को आवाजाही में दिक्कतों का सामना न करना पड़े इसके लिए ट्रैफिक एडवाजरी भी जारी की गई है। पुलिस का कहना है कि लोग पैनिक न हो। हरियाणा और यूपी के कुछ मार्गों को छोड़कर अधिकांश रास्ते खोल दिए गए हैं, जहां से लोग आसानी से आ जा सकते हैं। 

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