Sunday, Oct 01, 2023
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farmers start preparing for international pressure on government djsgnt

किसानों ने सरकार पर अंतरराष्ट्रीय दबाव की तैयारी शुरू की, बोरिस जॉनसन को लिखेगें पत्र

  • Updated on 12/23/2020

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। कृषि कानून 2020 (Farm Law 2020) के खिलाफ किसानों का आंदोलन शांत होता हुआ नजर नहीं आ रहा है। किसान संगठन अब केवल सरकार के साथ वार्ता को लेकर न सिर्फ जिद पर अड़े हैं, बल्कि अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दबाव बनाने की भी तैयारी कर ली है। गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि बने ब्रिटिश के पीएम जॉनसन को रोकने के लिए वहां के सांसदों को किसान संगठन पत्र लिखेगी।

आज का दिन अहम
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारी किसान संगठनों ने नये सिरे से वार्ता के केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर आज निर्णय ले सकती है। वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उम्मीद जताई कि नये कृषि कानूनों पर गतिरोध को समाप्त करने के लिए बातचीत जल्द पुन: शुरू होगी।

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सीएम को दिखाए काले झंडे
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के एक समूह ने मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को काले झंडे दिखाए और अंबाला शहर में उनके काफिले को को रोकने का प्रयास किया। दिल्ली की सीमा पर तीन नए कृषि कानूनों की वापसी को लेकर 26 नवंबर से प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में कई राज्यों में प्रदर्शन हो रहे हैं।

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टोल प्लाजा रोका गया
उत्तर प्रदेश में किसानों के एक समूह को जब रामपुर-मुरादाबाद टोल प्लाजा पर रोका गया तो उनकी पुलिस के साथ झड़प हो गयी। तीन नये कृषि कानूनों के समर्थन में किसानों के एक समूह ने दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर धरना दिया जिसकी वजह से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे पर सैकड़ों वाहनों की कतार लग गई।

अधिकारियों ने बताया कि ये प्रदर्शनकारी मुख्यत: ग्रेटर नोएडा के जेवर और दादरी के रहने वाले हैं और उन्हें पुलिस ने कथित तौर पर महामाया फ्लाईओवर पर रोक दिया। उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा-नोएडा मार्ग पर सामान्य यातायात करीब तीन घंटे बाद ही बहाल हो पाया।

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