नई दिल्ली/टीम डिजिटल। नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं (Delhi Borders) पर किसानों का आंदोलन 33 दिन पूरे कर चुका है। अब किसान एक दृढ़ उद्देश्य, पूरी एकता और संयुक्त रणनीति के साथ केंद्र सरकार से अपनी मांग मनवाने की तैयारी में हैं। संयुक्त किसान संघर्ष समिति ने सोमवार को कई बड़े फैसले किए हैं। जिनका आंदोलन के मंच से ऐलान भी किया गया।
कहा गया कि सिंघू बॉर्डर से मिले दिशा निर्देशों के हिसाब से ही यूपी गेट का धरना भी संचालित होगा। किसान संगठन का कोई नेता अपनी मर्जी से मंच साझा नहीं कर सकेगा। समिति सदस्य जगतार सिंह बाजवा ने मंच से कहा कि किसी भी किसान संगठन का कोई नेता या वक्ता अपनी राय मंच से साझा नहीं करेगा। ऐसा करने पर न सिर्फ उसे रोका जाएगा, बल्कि आगे से उसके मंच से बोलने पर पाबंदी लगा दी जाएगी। वह चाहे कितने बड़े संगठन का कितना ही बड़ा वक्ता या नेता क्यों न हो।
टिकरी बॉर्डर: नहीं मानी सरकार तो नए साल के साथ मकर संक्राति और लोहडी भी धूमधाम से मनाएंगें
एक ही राय और निर्देश पर चलेगा आंदोलन संयुक्त किसान समिति सदस्य जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि देश भर में 503 किसान संगठन किसानों की आवाज को बुलंद कर रहे हैं। सभी की राय भी अलग है। एक राय होती तो शायद संगठन एक ही होता। ऐसे में सब अपनी राय मंच से देंगे तो हम अपने मकसद से भटक जाएंगे।
सक्रिय राजनेता की मंच पर एंट्री पूरी तरह प्रतिबंधित यूपी गेट बॉर्डर पर आंदोलन के मंच से साफ किया गया है कि अब किसी भी सक्रिय राजनेता की मंच पर एंट्री पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी। कोई आना चाहे उसका स्वागत है, लेकिन वह मंच के सामने किसानों के बीच बैठकर कृषि कानूनों को लेकर विरोध और किसान आंदोलन को समर्थन दे सकता है।
दिल्ली की सीमा से लगे लोनी में सरेआम युवक की सरिया से पीट-पीट कर हुई हत्या
नहीं मानी सरकार तो दिल्ली की सीमा पर मनाएंगे त्योहार- किसान वहीं किसानों ने ये भी साफ कर दिया है कि 30 तारीख को होने वाली वार्ता में भी अगर उनकी मांगे केंद्र सरकार द्वारा नहीं मानी गईं तो वो नए साल में आने वाले सभी त्योहार भी परिवार के साथ दिल्ली बॉर्डर पर ही मनाएंगे। किसानों ने अपने ट्रेक्टर पर बडे-बडे स्पीकर, बूफर सिस्टम लगवा लिए हैं ताकि नए साल को तेज म्यूजिक बजाकर जबरदस्त डांस किया जा सके। रातभर जगने के लिए बडी मात्रा में लकडियां भी मंगवाई गई हैं और कई टन मूंगफली, रेवडी, गज्जक, पापकाॅर्न सहित विशेष पकवानों का भी इंतजाम किया जा रहा है। ताकि रात के समय जगह-जगह आग जलाकर नाच व गाने के साथ भरपूर खाने का भी लुत्फ उठा सकें।
इतना ही नहीं छुट्टियां होने की वजह से टिकरी बाॅर्डर पर भारी संख्या में युवा भी नए साल पर एकत्र होने वाले हैं। सूत्रों ने बताया कि कई मंडलियां भी इस दौरान आएंगी जो कीर्तन-भजन के साथ ही भांगडा व गिद्दे जैसे नृत्यों का आयोजन करेंगीं। यानि तय है कि इस बार दिल्ली के बाॅर्डर पर जबरदस्त रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन भी किसान करने वाले हैं।
ये भी पढ़ें:
जर्मनी और UAE यात्रा के दौरान 15 से अधिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे...
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने बागी नेता के पुणे स्थित कार्यालय में की...
अपने ओपनिंग डे पर Jugjugg Jeeyo ने मारी बाजी, फिल्म ने कमाए इतने...
बॉलीवुड में 30 साल पूरे होने पर Shahrukh ने फैंस को दिया तोहफा, शेयर...
BSP ने NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का किया समर्थन
आखिर क्यों kareena ने इस छोटी बच्ची को बताया कपूर खानदान की शान,...
गुजरात दंगों पर SC के फैसले के बाद अमित शाह ने तोड़ी चुप्पी, PM मोदी...
गुजरात दंगों में अल्पसंख्यक विरोधी साजिश का कोई सबूत नहीं, RB...
ब्रिटेन में चार दशक के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची महंगाई दर, दूभर हुआ जीना
राहुल गांधी के वायनाड सांसद ऑफिस में तोड़फोड़, SFI के 8 कार्यकर्ता...