नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। कांग्रेस (Congress) में नए अध्यक्ष के चुनाव को लेकर जारी घमासान पर तो जैसे-तैसे विराम लग गया, लेकिन कार्यसमिति की बैठक में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) का चुनाव कराने के संबंध में एक नया घमासान देखने को मिला। इस बैठक में कांग्रेस कार्यसमिति के साथ ही सीईसी के चुनाव कराए जाने की असंतुष्ट नेताओं ने मांग की, जिसे लेकर काफी तकरार की स्थिति देखने को मिली।
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उठाए सवाल इस बैठक में अहम मोड तब आया जब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सीईसी के चुनाव की मांग को पार्टी नेतृत्व पर अविश्वास की बात कहते हुए नाराम खेमे के नेताओं की हैसियत पर ही सवालिया निशान खड़े कर दिए। गहलोत की इस बात पर अंबिका सोनी ने उनका पूरा साथ दिया तो वहीं पार्टी के दिग्गज नेता गुलाब नबी आजाद और आनंद शर्मा समेत अन्य असंतुष्ट नेता सीईसी के चुनाव करना की मांग पर डटे रहे।
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जून में पार्टी को मिलेगा नया निर्वाचित अध्यक्ष दरअसल, कांग्रेस की बीते शुक्रवार को अपनी शीर्ष नीति निर्धारण इकाई कांग्रेस कार्य समिति (CWC)) की बैठक हुई। कांग्रेस ने बैठक के बाद कहा कि इस साल जून में उसका नया निर्वाचित अध्यक्ष होगा। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक, कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने मई में संगठन के चुनाव कराने की पेशकश की थी, लेकिन सीडब्ल्यूसी के सदस्यों ने पांच प्रदेशों के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस कार्यक्रम में थोड़ा बदलाव का आग्रह किया।
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उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘जून, 2021 में कांग्रेस का नया निर्वाचित अध्यक्ष होगा।’ सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ नेता मधुसूधन मिस्त्री की अध्यक्षता वाले केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने कांग्रेस अध्यक्ष समेत संगठन का चुनाव तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, असम और पुडुचेरी के विधानसभा चुनाव के बाद मई में कराने का प्रस्ताव रखा था। चुनाव प्राधिकरण ने 29 मई को अधिवेशन कराए जाने की भी पेशकश की थी।
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गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बिहार विधानसभा चुनाव और कुछ राज्यों के उप चुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गुलाम नबी आजाद और कपिल सिब्बल जैसे कुछ वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के सक्रिय अध्यक्ष की नियुक्ति की मांग फिर उठाई।
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वैसे, कांग्रेस नेताओं का एक बड़ा धड़ा लंबे समय से इस बात की पैरवी कर रहा है कि राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस की कमान संभालनी चाहिए। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने हाल ही में कहा था कि कांग्रेस के 99.99 प्रतिशत लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी फिर से उनका नेतृत्व करें।
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