नई दिल्ली/टीम डिजिटल। विदेश मंत्री एस जयशंकर (S jaishankar) ने अपने डच समकक्ष स्टेफ ब्लॉक से भेंट की और उनके साथ परस्पर हित के द्विपक्षीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। आधिकारिक यात्रा पर यहां आए जयशंकर ने ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘‘ वैश्विक स्थिति पर व्यापक चर्चा के लिए नीदरलैंड के विदेश मंत्री ब्लॉक को धन्यवाद। मॉरीस्वीस कला संग्रहालय जाने की सराहना करता हूं। हमारे विचार विमर्श से यह सामने आया कि विश्व के परप्रेक्ष्य में हमारे विचार कितने मिलते हैं।
An interesting exchange of views with Dutch political parties. Thank you Chair Foreign Affairs Committee @piadijkstra. Discussed future of multilateralism, India-EU ties and regional issues. Shared our perspectives on development and governance. pic.twitter.com/3K2DxyGjoi — Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) November 11, 2019
An interesting exchange of views with Dutch political parties. Thank you Chair Foreign Affairs Committee @piadijkstra. Discussed future of multilateralism, India-EU ties and regional issues. Shared our perspectives on development and governance. pic.twitter.com/3K2DxyGjoi
चीन ने दलाईलामा का मुद्दा संयुक्त राष्ट्र में ले जाने की अमेरिका की योजना का किया विरोध
भारत-यूरोपीय संघ संबंध और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की
दोनों मंत्रियों ने द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के तौर तरीकों पर चर्चा की। ब्लॉक ने कहा, ‘‘भारत और नीदरलैंड के बीच संबंध में दोस्ती और साझे परिप्रेक्ष्य का मजबूत आधार है। जयशंकर ने सोमवार को अन्य डच नेताओं से भी मुलाकात की और बहुपक्षवाद, भारत-यूरोपीय संघ संबंध और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। नीदरलैंड उन पहले तीन देशों में एक है जिसने 1947 में स्वतंत्र भारत के साथ राजनयिक संबंध स्थापित किय्र। दोनों देशों के बीच परस्तर मजबूत आर्थिक हित हैं।
चक्रवात बुलबुल ने ढाया कहर, अब तक 20 से अधिक लोगों की गई जान
भारत में तीसरा सबसे बड़ा निवेशक रहा नीदरलैंड
नीदरलैंड 2018-19 में 3.87 अरब डॉलर के निवेश के साथ भारत में तीसरा सबसे बड़ा निवेशक रहा। जयशंकर बेलग्रेड से नीदरलैंड पहुंचे। उन्होंने बेलग्रेड में अपने समकक्ष इविका डासिक समेत शीर्ष र्सिबयाई नेतृत्व के साथ विविध विषयों पर चर्चा की। जयशंकर ने आतंकवाद को वैश्विक समस्या करार देते हुए कहा, ‘‘हम दोनों जिस एक मुद्दे पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं वह है आतंकवाद से उसके सभी स्वरूपों और प्रकारों में मुकाबला करना। मुझे लगता है कि हम इस बात को लेकर पूणत: सहमत हैं कि सभी अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंकवाद के विरूद्ध लड़ाई में सहयोग को मजबूती देने की आवश्यकता है।
PAK विदेश मंत्री ने Ayodhya Verdict पर उठाए सवाल, कहा- इसको थोड़े दिन टाला नहीं जा सकता था?
उन्होंने कश्मीर मुद्दे पर र्सिबया दिये गये सहयोग का स्वागत किया और कहा, ‘‘जब संप्रभुता एवं क्षेत्रीय अंखडता की बात तो हमने एक दूसरे को सैद्धांतिक समर्थन दिया है। बेलग्राड में जयशंकर ने भारतीय समुदाय के सदस्यों को समर्थन दिया और र्सिबया की अर्थव्यवस्था में उनके योगदान की सराहना की।
मालीवाल का अनशन खत्म! गंभीर हालत को देख डॉक्टर्स ने जबरन चढ़ाया...
नागरिकता कानून में संशोधन कर सकते हैं अमित शाह! झारखंड रैली में दिए...
आज से लागू नहीं होगा Fastag, NHAI के आग्रह पर परिवहन मंत्रालय ने 1...
आज झारखंड के दुमका से गरजेंगे PM मोदी, सोमवार को होगा चौथे चरण का...
निर्भया के दोषियों को फांसी देने का काम मुझे दिया जाए- अंतर्राष्ट्रीय...
Morning Bulletin: सिर्फ एक क्लिक में पढ़ें, अभी तक की बड़ी खबरें
CAA के खिलाफ जामिया के छात्रों का प्रदर्शन हुआ उग्र, मीडियाकर्मियों...
विदेशों में भी उठने लगी नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ आवाज, लंदन में...
जम्मू-कश्मीर: पूर्व CM फारुख अब्दुला और 3 महीने रहेंगे नजरबंद,...
राहुल के बयान से शिवसेना हुई आक्रामक, कहा- महापुरुषों का सम्मान करना...