नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान के जिगरी यार चीन ने अपने अपने कई प्रांतों में उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार की सारी हदें पार कर दी हैं। उइगर मुस्लिमों के लिए बने प्रशिक्षण केंद्रों में अब जुल्म करने का एक नया ठिकाना बन गया है। शिविरों से आए दिन दिल दहला देने वाली खबरें सामने आती हैं, उइगरों पर हो रहे अत्याचार को लेकर चीन की छवि पहले से ही दुनियाभर में खराब हो चुकी है, लेकिन चीन है कि इसे मानने को ही तैयार नहीं।
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उइगरों पर जुल्म ढाने का एक नया ठिकाना दरअसल, चीन ने प्रशिक्षण केंद्र की आड में उइगरों पर जुल्म ढाने का एक नया ठिकाना ढूंढ लिया है। इस बात का खुलासा तब हुआ जब एक प्रशिक्षण केंद्र में कैद लोगों को पढ़ाने गई शिक्षिका ने यातना का ये सितम खुद अपनी आंखों से देखा। शिक्षिका ने बताया कि प्रशिक्षण केंद्रों में उइगर मुस्लिमों को जंजूरों में बांधकर कर रखा जाता है। सितम की इंतहा, तब हो गई जब महिला ने बताया कि इन केंद्रों में महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म आम बात होती है।
शिक्षिका क्विलबिनर सिदिक ने किया बड़ा खुलासा मीडिया रिपोर्ट्स से मिली जानकारी के अनुसार, चीन के शिनजियांग स्थित दो प्रशिक्षण केंद्रों में एक शिक्षिका क्विलबिनर सिदिक को वहां उपस्थित किया गया है, लेकिन यहां जो कुछ चल रहा है उसके बारे में तब पता चला जब एक महिला को स्ट्रेचर पर केंद्र से बाहर ले जाते हुए देखा गया था। महिला की स्थिति बहुत ही दयनीय थी। जब महिला के बारे में जानकारी ली, तो पता चला की वो मर चुकी है। जब मौत का कारण जानना चाहा तो, उसने कुछ भी कहने से मना कर दिया। शिक्षिका ने बताया कि उसे 2017 में बिना उसकी अनुमति के दो प्रशिक्षण केंद्रों में तैनात कर दिया था।
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उइगरों पर यातनाओं का सितम शिक्षिका ने आगे बताया कि इन केंद्रों पर हर वक्त चीनी सुरक्षाकर्मियों का पहरा रहता है। उसने बताया कि उसके इन आरोपों को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है, लेकिन उसकी बयान उन महिलाओं से पूरी तरह से मिलते हैं, जो यहां मिलने वाली यातनाओं का कई बार आरोप लगा चुकी हैं।
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इससे पहले भी चीन के उइगर मुस्लिम समुदाय के प्रति काफी बर्बर व्यवहार के सबूत मिले हैं। इस बारे में कई खबरें और रिपोर्ट्स सामने आ चुकी हैं। चीन के इस व्यवहार को लेकर अब दुनियाभर से सवाल खड़े होने लगे हैं। चीन हमेशा से ही इस प्रयास में रहा है कि उइगर समुदाय की पहचान ख़त्म हो जाए और इसी के चलते चीन उनके शोषण और नरसंहार के आरोपों से घिरा रहता है। इस बारे में अब अमेरिका में रहने वाली उइगर लेखक रेयान असत ने बड़े खुलासे किए हैं।
असत के अनुसार, चीन उइगर समुदाय की महिलाओं को जबरदस्ती बांझ बना रहा और इस समुदाय की आबादी ने बढ़े इसलिए इन पर नजर रखी जा रही है। चीन उइगर मुस्लिम महिलाओं के गर्भाशय में जबरन डिवाइस भी लगा रहा है।
चीन में उइगर मुस्लिमों का बड़े स्तर पर शोषण किया जा रहा है, अमेरिका समेत दुनियाभर के कई देश इस तरह के मामले में अब सामने आने लगे हैं, इस पहले भी ये देश चीन को मानवाधिकारों का उल्लंघन करने वाला घोषित कर चुके हैं।
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